पश्चिमी चंपारण (बेतिया): बिहार के बेतियामें अस्पतालों की स्थिति बदलहाल हो चुकी है. ताजा मामला अनुमंडल अस्पताल नरकटियागंज की है. जहां, पिछले 20 से 25 दिनों से एंटी (Anti Rabies Vaccine Finished At Narkatiaganj Hospital) रैबीज का इंजेक्शन खत्म हो चुका है, जिससे मरीजों को काफी परेशानियों (Patient Facing Problem In Narkatiaganj Hospital) का सामना करना पड़ रहा है. कुत्ता, बंदर, सूअर और चमगादड़ के काटने पर घायल को पहला एंटी रैबीज इंजेक्शन 48 घंटे के अंतराल में लग जाना चाहिए और इंजेक्शन नहीं लगने पर रैबीज नाम की बीमारी होने का खतरा रहता है.
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दरअसल, नरकटियागंज अनुमंडल अस्पताल में पिछले 20-25 दिनों से एंटी रैबीज इंजेक्शन का स्टॉक नहीं है. मरीज प्रतिदिन बिना इंजेक्शन लगवाए निराश लौट रहे हैं. राहगीरों को कुत्ते लगातार निशाना बना रहे हैं ऐसे में ग्रामीण इलाके के मरीज वैक्सीन के लिए नरकटियागंज अनुमंडल अस्पताल पहुंच रहे हैं. इस कारण एंटी रैबीज की इंजेक्शन खत्म हो गई है. ओपीडी ब्लॉक में वैक्सीन न होने का जवाब सुनकर मरीज निजी अस्पतालों की ओर रूख कर रहे हैं. लेकिन वहां पर मरीजों से एक इंजेक्शन के 300 से 400 रुपये लिये जा रहे है. पीड़ित मरीजों का कहना है कि, उनके पास इतने पैसे नहीं है इसलिए वे सरकारी अस्पताल में दोबारा से आए हैं.