पश्चिमि चंपारण (नरकटियागंज): पंडई नदी के चपटे में आने से नरकटियागंज के दर्जनों गांव डुब गए है, जिस कारण से स्थानीय लोगों की बांध बनवाने की मांग कर रहे हैं. प्रत्येक वर्ष नदी के चपेट में कई गांव डूब जाते हैं लेकिन सरकार की लापरवाही के कारण स्थानीयों को काफी कठनाईयों का सामना करना पड़ता है.
पंडई नदी के बढ़ते जलस्तर से ग्रामीणों का पलायन, बांध बनवाने की मांग - dam
पंडई नदी के चपटे में आने से नरकटियागंज के दर्जनों गांव डूब गए हैं, जिस कारण से स्थानीय लोगों की बांध बनवाने की मांग कर रहे हैं. प्रत्यंक वर्ष नदी की चपेट में कई गांव डूब जाते है लेकिन सरकार की लापरवाही के कारण स्थानीयों को काफी कठनाईयों का सामना करना पड़ता है.
कई गांव पंडई नदी के चपेट में
नरकटियागंज शिकारपूर थाना क्षेत्र के भसुरारी पंचायत के विशुनपुरवा, बैरिया, बरगाजवा, तरहरवा, नरकटिय सहित कई गांव पंडई नदी के चपेट में आ गए है. स्थानीयों को मजबूरन घर के साजो समानों को लेकर ऊंचे स्थानों पर पलायन करना पड़ रहा है. वहीं, दूसरी ओर नरकटिया गांव के पास मुख्य सड़क तालाब में तब्दील हो गया है, सड़क पर घुटने भर से ऊपर पानी लगा हुआ है. यह सभी परेशानियों को दूर करने के लिए स्थानीयों ने सरकार से मांग की है कि पंडई नदी पर बांध का निर्माण कराया जाए ताकि प्रत्येक वर्ष नदी का पानी गांवों में प्रवेश न कर सकें.
पंडई नदी पर बांध बनाने की माँग
ग्रामीणों का कहना है कि पंडई नदी में बांध नहीं बनने से प्रत्येक साल बाढ़ का पानी गांवों में प्रवेश कर जाता है जिससे हमलोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है घर द्वार छोड़कर ऊंचे स्थानों पर जाने को मजबूर हैं. साथ ही भूखे प्यासे जीने को मजबूर रहते हैं. वहीं, लोगों ने पंडई नदी पर बांध बनाने की मांग की है.