बेतिया: जिले के बानुछापर के शिवनगर मोहल्ले के रहने वाले नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं. यहां लगभग ढाई सौ परिवार बारिश के पानी से घिरा हुआ है. बारिश के पानी के साथ-साथ शहर के बड़े नाले और हौजों का पानी मोहल्ले में फैला है.
बेतिया: नारकीय जीवन जीने को मजबूर शिवनगर निवासी, लोगों की समस्या से बेखरब जिम्मेदार
शिवनगर मोहल्लेवासी नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं. बारिश के पानी के साथ शहर के बड़े नाले और हौज का पानी मोहल्ले में फैला है. जिसकी वजह से महामारी फैलने का डर है. लेकिन जिम्मेदार इनकी समस्या से बेखबर हैं.
महामारी फैलने का डर
कॉलोनी में 2 से 3 फीट ऊपर पानी जमा है. लोग बदबू से परेशान हैं. गंदे पानी से कॉलोनी में महामारी फैलने की आशंका है. बच्चों की पढ़ाई छूट गई है. बीमार लोग अस्पताल नहीं जा सकते हैं. इतनी समस्या के बावजूद भी यहां के जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन समस्या से अनजान हैं. बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. अगस्त में परीक्षा होने वाली है. पढ़ाई जरूरी है. इसलिए किताबों को थैले में रख पढ़ाई करने दूसरी जगह जाना पड़ रहा है.
पानी निकासी का नहीं है इंतजाम
पिछले 10 जुलाई से मोहल्ले में गंदे नाले और बारिश के पानी के बीच लोग रहने को मजबूर हैं. सांपों का डर सता रहा है. लोगों का आरोप है कि मुखिया से लेकर विधायक तक और जिला प्रशासन तक गुहार लगा चुके हैं. इसके बावजूद भी पानी निकासी के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया. वोट के समय ही नेता हमें याद करते हैं. जब हमें उनकी जरूरत होती है तो वो गायब रहते हैं.