पश्चिम चंपारण: नैनीताल के रामगढ़ ज्योति गांव में मजदूरी करने गए पश्चिम चंपारण जिले के बैरिया प्रखंड के अलग- अलग गांव के आठ मजदूरों की मौत(8 Laborers of West Champaran Died) भूस्खलन (Landslide in Nainital) में हो गई है. घटना की सूचना मिलने के बाद मजदूरों के घर में कोहराम मचा हुआ है. पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद ने नैनिताल जिलापदाधिकारी को पत्र लिखकर शवों को गांव भेजवाने को लेकर अनुरोध किया है.
यह भी पढ़ें- नैनिताल में भूस्खलन के दौरान मृत मजदूरों के परिजनों से मिले माले विधायक, कहा- सरकार नौकरी देती तो बाहर क्यों जाते लोग
बताया जाता है कि सभी मजदूर एक माह पूर्व कमाने के लिए नैनीताल गए थे. अत्यधिक बारिश में पहाड़ टूटकर गिरने से मलबे में दबकर इन सभी की मौत हो गई है. मृतकों में बैरिया प्रखंड के सूर्यपुर रनहा गांव के अनिल चौधरी 28 वर्ष, ढोढ़ा यादव 27 वर्ष, संतोष यादव 28 वर्ष, चून्नी मांझी 29 वर्ष, श्रीकांत मांझी 29 वर्ष, राजन साह 25 वर्ष, संदीप कुमार 26 वर्ष और अजय कुमार 25 वर्ष शामिल हैं.
मजदूरों के शवों को गांव भेजवाने का अनुरोध यह भी पढ़ें- निहत्थे मजदूरों को मारकर आतंकी पहलवान बन रहे हैं, जल्द होगा इनका सफाया- RCP सिंह
स्थानीय विधायक सह पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद ने बताया कि मजदूरों के स्वजनों को दूरभाष पर घटना की सूचना मिली है. उसके बाद से मोबाइल पर संपर्क स्थापित नहीं होने के कारण घटना की वास्तविक जानकारी नहीं मिल रही है. मंत्री ने घटना की वास्तविक जानकारी देने एवं मृतकों का शव उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था करने के लिए नैतीनाल के जिलाधिकारी को पत्र लिखा है. घटना बीते 19-20 अक्टूबर की बताई जा रही है.
बता दें कि मंगलवार को नैनीताल के रामगढ़ भूतिया गांव में भूस्खलन की चपेट में आने से 10 बिहारी मजदूर एक मकान के अंदर मलबे में दब गए थे. घटना में 8 मजदूरों की मौत हो गई थी. मंत्री नारायण प्रसाद ने जिलापदाधिकारी नैनिताल को पत्र लिखा है. इस पत्र में मांग की गई है कि मृतकों का पार्थिव शरीर उनके गांव भेजा जाए. इसके लिए पश्चिम चंपारण प्रशासन और नैनिताल प्रशासन को संपर्क कर आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है.