बगहा: नेपाल में आम चुनाव से पहले भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा अगले 72 घंटों के लिए सील (India Nepal border sealed for 72 hours) कर दी जाएगी. इसका निर्णय भारत और नेपाल के अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद लिया गया. बिहार और उत्तर प्रदेश की नेपाल के साथ लंबी सीमाएं हैं और दोनों देशों के लोगों को सीमा पार करने के लिए वीजा या पासपोर्ट की आवश्यकता नहीं है. नेपाल में 20 नवंबर को मतदान (Voting on 20th november in Nepal) है, इसके लिए 72 घंटे पहले सीमा को सील करने का फैसला लिया गया है.
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''नवल परासी जिला के चुनाव कमिश्नर के द्वारा बंदी को लेकर पत्र प्राप्त हुआ है. इसी आधार पर बंदी किया जा रहा है. हालांकि 20 तारीख यानी रविवार शाम 8 बजे बॉर्डर को खोल दिया जाएगा.''- राजेंद्र प्रसाद, गंडक बराज कंपनी कमांडर निरीक्षक, एसएसबी 21वी' वाहिनी
72 घंटे सील रहेगी भारत नेपाल सीमा :चुनाव आयोग के उप सचिव सह प्रवक्ता कमल भट्टराई ने भारत के गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी है. इस फैसले के बाद 17 नवंबर की आधी रात से इन दोनों देशों के बीच लोगों को आने-जाने की इजाजत नहीं होगी. मतदान 20 नवंबर को है. यदि कोई नेपाल में एयरलाइनों के माध्यम से यात्रा करता है, तो उसे पासपोर्ट और टिकट प्रस्तुत करना होगा. अधिकारी ने कहा कि, एंबुलेंस, पानी के टैंकर, दूध के टैंकर, दमकल आदि सहित आपातकालीन सेवाओं को छूट दी गई है.
आज रात 8 बजे से भारत नेपाल सीमा सील जानें क्यों लिया गया फैसला: इस बीच, नेपाल में होने वाले स्थानीय चुनाव को स्वच्छ, निष्पक्ष, भयरहित व शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए सीमा क्षेत्र में भारतीय सुरक्षा अधिकारी भी सहयोग कर रहे हैं. निर्वाचन के समय सीमा क्षेत्र से अवैध हथियार की आपूर्ति की होने की आंशका को देखते हुए सीमा क्षेत्र में गश्ती बढ़ा दी गई है. शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव सम्पन्न कराने को लेकर दोनों देशों के अधिकारियों एवं सुरक्षा बलों के बीच रणनीति बनाई गई.
इंडो नेपाल सीमा पर सुरक्षा कड़ी: इसी के मद्देनजर वाल्मीकिनगर स्थित गंडक बराज इंडो नेपाल सीमा पर एसएसबी और नेपाल एपीएफ जवानों ने सुरक्षा व्यवस्था को कड़ी करते हुए हर आने-जाने वाले लोगों की सघन जांच कर रहे है. सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक न हो इसके लिए ट्रेंड डॉग की मदद ली जा रही है. इंडो नेपाल सीमा पर तैनात दोनो देशों के सुरक्षा जवानों के द्वारा साझा रूप से सामंजस्य स्थापित कर सूचनाए आदान प्रदान करते हुए साझा गश्ती से अपराधियों पर पैनी रखी जा रही है.