बेतियाःपूरे देश में होली का खुमार धीरे-धीरे छाने लगा है. प्रजापति ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की तरफ से रामनगर में अलौकिक होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया. इस आयोजन में रंग और गुलाल की बजाय फूलों से अनोखी होली खेली गई.
बगहा में मनाया गया होली मिलन समारोह, फूलों से होली खेलने का दिया संदेश
प्रजापति ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में रंग की बजाए फूलों से होली खेली गई. वहीं, सभी लोगों को रंगो वाली होली से बचने की सलाह दी गई. बहन बी रेणु ने बताया कि रंग से कपड़ों के साथ-साथ शरीर को भी नुकसान पहुंचता है. इससे अच्छा है कि फूलों की होली खेलें.
होली मिलन समारोह में बाग लेने के दौरान संस्था की बहनों ने होली के दिन रंग की बजाए फूलों से होली खेलने का संदेश दिया. सभी ने एक-दूसरे से गले मिल कर पुष्प वर्षा करते हुए अनोखे अंदाज में होली मनाई. संस्था की बहन बी रेणु ने बताया कि रंग और गुलाल के उपयोग से कपड़े खराब हो जाते हैं. त्वचा के लिए भी रंग हानिकारक होते हैं इसलिए फूलों से ही होली खेलें.
होली के पारंपरिक महत्व से कराया गया अवगत
होली मिलन समारोह में शामिल बहनों को होली का पारंपरिक महत्व बताया गया. बहनों ने बताया कि होली हो और ली से बना है जिसका मतलब जो बीत गया उससे जुड़ा है. इसलिए दुखों को भूल आपसी सौहार्द और शांतिपूर्ण तरीके से होली पर्व मनाएं.