बेतिया: जिले के वाल्मीकिनगर में एक सांभर(हिरण) मृत पाया गया है. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बाघ के हमले से इसकी मौत हुई है. वहीं, रिहायशी इलाके में बाघ के हमले से सांभर की मौत के बाद लोगों में दहशत है.
बेतिया: बाघ के हमले से सांभर की मौत, लोगों में दहशत
सरकार ने वाल्मीकिनगर को टाइगर रिजर्व क्षेत्र घोषित किया है. इस अभ्यारण्य में बाघों और हिरण की काफी संख्या है. यहां बाघों की संख्या 36 से ऊपर पहुंच गई है.
वन विभाग के रेंजर महेश कुमार ने बताया कि मृत सांभर को दफना दिया गया है. ऐसा नहीं किया जाता तो मृत सांभर के शरीर में शिकारी जहरीला पदार्थ लगा देते. सांभर के खाने से बाघ की मौत हो जाती. शिकारियों की वजह से ही इसको दफनाया गया है. वहीं, इसकी मौत की वजहों के जांच के लिए इसका पोस्टमार्टम नहीं कराया गया था.
वाल्मीकिनगर में काफी है बाघों की संख्या
बता दें कि सरकार ने वाल्मीकिनगर को टाइगर रिजर्व क्षेत्र घोषित किया है. इस अभ्यारण्य में बाघों और हिरण की काफी संख्या है. यहां बाघों की संख्या 36 से ऊपर पहुंच गई है. इससे कई बार बाघों के हमले में हिरण और सांभर घायल हो जाते हैं.