बेतिया: एक तरफ पूरा देश कोरोना वायरस को लेकर दहशत में है. वहीं, गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में इस गंभीर वायरस को लेकर काफी लापरवाही बरती जा रही है. यहां अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड तो है. लेकिन, वार्ड में केवल खानापूर्ति नजर आ रही है. अस्पताल के कोरोना वार्ड में सुविधा के नाम पर टूटी हुई खिड़कियां और बिना चादर वाले बेड मरीजों का इंतजार कर रहे हैं. वार्ड में शौचालय और पेयजल जैसी मुलभूत सुविधाओं का भी ध्यान नहीं रखा गया है.
बेतिया: कोरोना आइसोलेशन वार्ड में बदहाली, सुविधाओं के नाम पर है टूटी खिड़कियां
बेतिया के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के कोरोना आइसोलेशन वार्ड में सुविधाओं का घोर अभाव है. इस वार्ड में न तो पेयजल की व्यवस्था है और न ही शौचालय का समुचित इंतजाम दिख रहा है.
जिला प्रशासन है तैयार- अस्पताल के उपाधीक्षक
मामले पर जब ईटीवी भारत संवाददाता ने मेडिकल कॉलेज के उपाधीक्षक डॉ.श्रीकांत दुबे से बात की तो उन्होंने कहा कि कोरोना से पूरा संसार प्रभावित है. यह पूरे विश्व में तेजी से फैल रहा है. विश्व में 60% देश इस खतरनाक वायरस से प्रभावित हो चुका है. भारत में भी इसके संदिग्ध मरीज मिलने लगे हैं. इसको लेकर बेतिया प्रशासन पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में कोरोना किट आ चुका है. वहीं, वार्ड में अनियमितता के सवाल पर उन्होंने कहा कि बहुत जल्द ही आइसोलेशन वार्ड को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा.
चीन से वापस आए लोगों पर रखी जा रही नजर
बता दें कि जिले की 9 छात्राएं चीन की वुहान शहर में मेडिकल की पढ़ाई करने गई हुई थी. चीन में कोरोना फैलने के बाद वे सभी वापस अपने घर आ गई. इन सभी छात्राओं पर जिला प्रशासन अपनी नजर बनाए हुए है. चीन से वापस आई छात्राओं में बेतिया के तीन, मझौलिया की दो छात्रा, जगदीशपुर की एक छात्रा, हरीनगर की एक छात्रा और साठी में एक व्यक्ति पर स्वास्थ्य विभाग लगातार मॉनिटरिंग कर रही है. हालांकि अभी तक किसी में कोरोना संक्रमण के मामले नहीं पाए गए हैं.