वैशाली:बिहार में कोरोना की तीसरी लहर (Corona Third Wave In Vaishali) ने रफ्तार पकड़ ली है. संक्रमण पर काबू पाने के लिए राज्य सरकार ने नाइट कर्फ्यू समेत कई पाबंदियों को 21 जनवरी तक के लिए लागू किया है. इस आदेश के मुताबिक धार्मिक स्थलों और बड़े मंदिरों (Temples Closed Due To Corona In Vaishali) को भी बंद रखा गया है. मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2022) के मौके पर भक्त बाबा हरिहर नाथ मंदिर की विशेष पूजा अर्चना का खासा महत्व होता है. भक्त घर बैठे ही इस विशेष पूजा अर्चना के गवाह बने.
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सूर्य के मकर में प्रवेश करने के अवसर पर बाबा हरिहर नाथ के शिला को चंदन की जगह दही से सुशोभित किया गया. हरिहर नाथ बाबा की शिला को स्नान, जलाभिषेक के बाद विधिवत दही के लेप से सजाया गया. इसके बाद फूल बेलपत्र और माला चढ़ाया कर भोग और आचमन कराया गया. यह खास तैयारी मकर संक्रांति के विशेष अवसर पर की गई थी.
भक्तों ने ऑनलाइन किया दर्शन साथ ही मकर संक्रांति को बाबा हरिहर नाथ की पूजा को मंदिर के मुख्य पुजारी द्वारा लोगों को मंदिर की वेबसाइट और व्हाट्सएप के जरिए भेजा भी गया. जिससे लोगों ने घर बैठे ही बाबा हरिहर नाथ के दर्शन किए. कोरोना संक्रमण को देखते हुए बाबा हरिहर नाथ मंदिर को पूर्णता बंद कर दिया गया है. ऐसे में बाबा हरिहर नाथ के भक्तों को घर बैठे मोबाइल के माध्यम से दर्शन कराया गया.
इस विषय में मंदिर के प्रमुख पुजारी सुशील शास्त्री ने बताया कि, भगवान का पृथक पृथक स्नान कराने का महत्व है. जैसे भगवान का नित्य दूध,दही, घी, मधु, चंदन इत्यादि से अभिषेक होता है. मकर संक्रांति में भगवान को चंदन की जगह दही का लेप करके खूब सुंदर आकर्षक आकृति बनाया गया.
बाबा हरिहर नाथ मंदिर में हरि यानी विष्णु और हर यानी शिव एक साथ एक ही शिला में मौजूद हैं. जिसके कारण बड़ी संख्या में लोग बाबा हरिहर नाथ दर्शन के लिए नित्य जाते हैं. खासकर प्रत्येक अवसर पर लोगों की ज्यादा भीड़ मंदिर में आती है. वहीं कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंदिर को पूर्णता बंद कर दिया गया है. ऐसे में सोशल मीडिया के जरिए बाबा का दर्शन भक्तों ने किया.
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