वैशाली:बिहार के वैशाली में स्वर्ण विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी का जमकर स्वागत किया गया. दरअसल टोक्यो पैरालंपिक में गोल्ड मेडल विजेता प्रमोद भगत (Gold Winning Player Pramod Bhagat) हाजीपुर में अपने घर सदर थाना क्षेत्र के सुभई गांव पहुंचे थे. जहां उनका भव्य स्वागत किया गया. सैकड़ों की संख्या में मौजूद लोगों ने वंदे मातरम और प्रमोद भगत जिंदाबाद के नारे लगाए. हाजीपुर से खुली जीप में प्रमोद अपने गांव पहुंचे, रास्ते भर में लोगों ने फूल-माला पहना कर स्वागत किया. साथ ही भारत माता जय के नारे लगते रहे, इस दौरान लगातार तिरंगा लहराया गया.
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वैशाली में स्वर्ण विजेता खिलाड़ी का स्वागत : बता दें कि सेंदुआरी गांव के रहने वाले रामा भगत के पुत्र प्रमोद भगत, उड़ीसा के भुवनेशर में रहते हैं. जहां से उन्होंने अपने बैडमिंटन करियर की शुरुआत की. कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अवार्ड जीतने के बाद प्रमोद भगत ने जापान के टोक्यो पैरालंपिक 2021 में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का नाम और वैशाली जिला का गौरव बढ़ाया था. बीते 1 साल के लंम्बे इंतजार के बाद जब प्रमोद भगत अपने घर में आए तो लोगों का उत्साह देखने लायक था. घर वालों और ग्रामीणों के अलावे कई गांव से आए लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया. गौरतलब है कि खेल सम्मान समारोह का आयोजन पटना में किया गया था. जिसमें बिहार सरकार ने प्रमोद भगत को भी सम्मानित करने के लिए बुलाया था.
बिहार सरकार ने प्रमोद भगत को भी सम्मानित किया : पटना मेंबिहार सरकार ने उन्हें एक करोड़ रुपए देकर उनको सम्मानित किया. जहां से अपने गांव पहुंचने पर प्रमोद भगत ने बताया कि 4 साल की उम्र में मुझे पोलियो हो गया था. उसी समय मैं बुआ के घर उड़ीसा चला गया था, जहां पढ़ाई-लिखाई की. वहीं से बैडमिंटन खेलना शुरू किया तो खेल में और रूचि बढ़ने लगी, फिर एक खिलाड़ी बनने का जज्बा रखने लगा और आगे बढ़ता गया. 4 सितंबर 2021 को गोल्ड मेडल टोक्यो पैरालंपिक में मिला, जिसका श्रेय मैं अपने गांव वालों को देता हूं. बताते चलें कि प्रमोद भगत को अब तक अर्जुन अवॉर्ड, खेल रत्ना, पद्मश्री, आदि अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है. वो बेहद साधारण परिवार से आते हैं, इसके बावजूद इन्होंने अपनी हिम्मत और हौसले से पूरे देश का नाम रोशन किया है.
''मैं मेडल जीतने के ठीक 1 साल के बाद अपने गांव आ रहा हूं, लेकिन आसपास के लोगों ने मेरा भव्य स्वागत किया है. जिससे मुझे हौसला मिला है, कुछ और बेहतर करने का. वहीं खेल दिवस के अवसर पर बिहार सरकार ने मुझे सम्मानित किया है और एक करोड़ रुपए दिया है.''- प्रमोद भगत, स्वर्ण पदक विजेता, टोकियो पैरा ओलंपिक