वैशाली: जिले में हाजीपुर शहर के बीचों-बीच वर्षों पूर्व पीएचइडी विभाग द्वारा निर्माण करायी गयी पानी टंकी शो-पीस बनी हुई है. इसे बनाने में लाखों की राशि लगी थी. मगर विभाग के उदासीनता के कारण यह टंकी जर्जर हालात में पहुंच चुकी है. वहीं, इस गर्मी में लोगों को पीने के पानी के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
सूखी पड़ी पानी की टंकी के बारे में जानकारी देते लोग स्थानीय लोगों ने बताया कि जब से यह पानी टंकी बनी है तब से लेकर आज तक इसमें से पानी निकलते हुए नहीं देखा है. हां, इसके चालू होने की स्थिति में घनी आबादी के इलाके के लोगों को शुद्ध जल मिलता था. साथ ही गर्मी में लोगों को बड़ी राहत मिल जाती थी. पर आला अधिकारियों के लापरवाही के चलते इसे दुरुस्त नहीं किया जा सका जिससे यहां की जनता को पीने के पानी के लिए चापाकलों पर निर्भर रहना पड़ता है.
विभाग की उदासीनता का शिकार है पानी टंकी
लोगों ने बताया कि वर्षों पूर्व बने हुए इस पानी टंकी के लिये दो-दो बोरिंग मशीनें भी लगाई गई थी ताकि पानी की आपूर्ति की जा सके. वहीं, वर्षों से मरम्मत और मेंटेनेंस नही होने के कारण यह जर्जर और खास्ता हाल में पहुंच चुकी है. टंकी परिसर में जंगली घास उग आए है. गौरतलब है कि यह पानी टंकी हाजीपुर नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड 25 में पड़ती है. यहां अधौगिक क्षेत्र के सैकड़ों छोटे-बड़े फैक्ट्री मौजूद हैं. फिर भी यह उदासीनता का शिकार है.
डीएम ने दिए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश
डीएम राजीव रौशन ने इस मामले पर कहा कि पानी टंकी का मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है. अगर पीएचईडी के द्वार उसका निर्माण करया गया है तो निश्चित रूप से उसे पूर्ण करके उसके जो अल्टीमेट उद्देश्य है उसे पूरा किया जायेगा और लोगों को शुद्ध जल प्राप्त होगा.