वैशाली: बिहार (Bihar) के वैशाली (Vaishali) से विधायक सिद्धार्थ पटेल (MLA Siddharth Patel) के कारनामे की पूरे जिले में चर्चा हो रही है. विधायक (MLA) ने बीते रोज पूरे तामझाम के साथ गोरौल प्रखंड में मुख्यमंत्री परिवहन योजना (Chief Minister Transport Scheme) के तहत एक ऐसे एंबुलेंस का उद्घाटन किया था जिसमें सवारी गाड़ी की सीट लगी हुई थी. मामला उजागर होने के बाद प्रतिनिधि से लेकर पदाधिकारी तक अपने किये पर लीपापोती करने में जुट गये.
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बुरे घिरे वैशाली विधायक
दरअसल, गोरौल में चेहरा चमकाने के चक्कर में विधायक सिद्धार्थ पटेल चौतरफा घिर गये हैं. विधायक सिद्धार्थ पटेल ने बीते दिनों एंबुलेंस की जगह एक सवारी गाड़ी को ही हरी झंडी दिखा कर रवाना कर दिया था. वाहन के बाहर बॉडी पर सिर्फ एम्बुलेंस लिखा हुआ था. बताया जाता है कि मुख्यमंत्री परिवहन योजना से बिहार को एम्बुलेंस देने वाला पहला प्रखंड बनाने के चक्कर में आनन-फानन में ये कारमाना कर दिया.
प्रशासनिक करामात का हिस्सा बन गये विधायक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खास माने जाने वाले जदयू विधायक आंख पर पट्टी बांधकर प्रशासनिक करामात का हिस्सा बन गए. जब मामला उजागर हुआ तो विधायक व पदाधिकारियों ने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से मना कर दिया. विधायक सिद्धार्थ पटेल ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी. जल्द ही उसमें एंबुलेंस वाली व्यवस्था की जायेगी. वहीं, पदाधिकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री परिवहन योजना से सिर्फ वाहन उपलब्ध कराया जाता है. जल्द ही उसकी सीट बदल कर उसे एंबुलेंस में परिवर्तित किया जायेगा.
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एंबुलेंस की सुविधा नदारद
मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री परिवहन योजना के तहत यह गाड़ी गोरौल प्रखंड की मोहम्मदपुर पोझा पंचायत के मो. मेराज को दो लाख रुपये की सब्सिडी के साथ दी गयी है. लेकिन इस गाड़ी में अभी तक एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध नहीं करायी गयी है बल्कि सवारी को बैठाने वाली सीट ही लगी हुई है.