वैशाली: ग्रामीण विकास व स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (Rural Development & Self Employment Training Institute) से प्रशिक्षण लेकर महिलाएं अब पुरुषों को वित्तीय सलाह देने की दिशा में कदम बढ़ा रही हैं. महिला जागरुकता अभियान (women awareness campaign) के तहत बैंक सखी का चयन किया जा रहा है. जीविका दीदियों को 7 दिनों का प्रशिक्षण (Financial advice training to Jeevika Didi in Bihar) देकर बैंक सखी के रूप में स्थापित किया जाएगा. इस योजना के तहत बिहार के प्रत्येक ग्राम पंचायतों में एक बैंक सखी होंगी. जो स्थानीय लोगों को वित्तीय लेन-देन में न सिर्फ मदद करेंगी बल्कि उन्हें सलाह भी देंगी.
बताएंगीपैसे बचाने के गुर:बैंक अकाउंट खुलवाने से लेकर लेन-देन और सरकारी स्कीमों के फायदों की जानकारी भी बैंक सखी द्वारा लोगों को दिया जाएगा. यहां तक कि बुजुर्ग लोगों के पैसे भी बैंक से निकाल कर उनके घर तक बैंक सखी द्वारा पहुंचाने का काम किया जाएगा. बैंक सखी ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को वित्तीय प्रबंधन कर पैसा बचाने का गुर भी बताएंगी. इसके तहत हाजीपुर के रुड़सेटी संस्था में मधुबनी जिले से आईं 33 जीविका दीदियों का प्रशिक्षण कार्य पूरा हो गया है. बहुत जल्द इन सभी का इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग फाइनेंस (Indian Institute of Banking Finance) के द्वारा ऑनलाइन एग्जाम लेकर प्रमाण पत्र दे दिया जाएगा. इसके बाद यह बैंक सखी के रूप में स्थापित हो सकती हैं.
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चला सकती हैंसीएससी और सीएसपी:इस विषय में रूडसेटी हाजीपुर के निदेशक संजीत कुमार ने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त जीविका दीदी कहीं भी सीएससी और सीएसपी चला सकती हैं. उनको प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाना सरकार का उद्देश्य है. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा के साथ-साथ जानकारी भी देंगी. ये ग्रामीणों को वित्तीय सलाह देंगी ताकि वे आर्थिक रूप से मजबूत बन सकें. हमारे बीच जितनी महिलाएं हैंस वह ग्रामीण परिवेश की हैं. इससे महिला सशक्तिकरण को भी काफी बल मिलेगा.