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हाजीपुर में कचरे में नवजात का शव फेंके जाने का मामला, DM ने जांच के लिए बनाई उच्चस्तरीय कमेटी

हाजीपुर में सड़क किनारे नवजात का शव मिलने के बाद जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी बनाई गई (DM Formed High Level Inquiry Committee) है. जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन, एसडीओ, एसडीपीओ और बाल संरक्षण को मामले की जांच का जिम्मा दिया है. कमेटी मामले की जांच शुरू कर दी है. पढ़ें पूरी खबर..

हाजीपुर में कचरे में नवजात का शव फेंके जाने का मामला
हाजीपुर में कचरे में नवजात का शव फेंके जाने का मामला

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Published : Mar 28, 2022, 9:04 PM IST

वैशाली: जिले के हाजीपुर स्थित हॉस्पिटल रोड में एक निजी क्लीनिक के नीचे नवजात शिशु के शव को फेंक दिया (Newborn Body Found In Garbage In Vaishali) गया था.सड़क किनारे नवजात का शव फेंके जाने का मामले ने अब तूल पकड़ लिया है. शव मिलने के 16 घंटे के भीतर ही वैशाली डीएम ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के लिए टीम का गठन किया है. जिसके बाद से वैशाली जिले के तमाम निजी नर्सिंग होम में हड़कंप मचा हुआ है.

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जिलाधिकारी ने गठित की जांच कमेटी: वैशाली डीएम उदिता सिंह के द्वारा सिविल सर्जन डॉ. अखिलेश कुमार मोहन की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय टीम बनाई गई है. जिसमें सदर एसडीओ अरुण कुमार और सदर एसडीपीओ राघव दयाल के साथ ही बाल संरक्षण इकाई को भी शामिल किया गया है. डीएम के आदेश पर कमेटी बनने के साथ ही जांच शुरू कर दी है. बड़े पैमाने पर हाजीपुर के हॉस्पिटल रोड सहित कई जगहों पर निजी नर्सिंग होम की जांच पड़ताल की जा रही है. नर्सिंग होम के आसपास के इलाकों में लगे कूड़े कचरे के साथ-साथ नर्सिंग होम में लगे सीसीटीवी के वीडियो को भी खंगाला गया है.

कमेटी हर पहलु पर कर रही जांच: बताते चलें कि हाजीपुर सदर हॉस्पिटल रोड में एक निजी नर्सिंग होम के नीचे सड़क किनारे नवजात बच्चे का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई थी. इस मामले को संज्ञान लेते हुए वैशाली डीएम उदिता सिंह ने उच्च स्तरीय जांच टीम बनाकर मामले की निष्पक्षता से जांच करने का आदेश दिया है. इस विषय में सिविल सर्जन डॉ. अखिलेश कुमार मोहन ने बताया कि हॉस्पिटल रोड में सड़क किनारे एक प्रीमेच्योर बच्चे का शव फेंका हुआ था. पूछताछ करने पर कुछ भी पता नहीं चल सका. इसके बाद इस मामले का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी उदिता सिंह के द्वारा मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई है. कमेटी मामले की निष्पक्ष जांच के लिए हर पहलू पर काम किया है.

खंगाले जा रहे सीसीटीवी के फुटेज: कई नर्सिंग होम और आसपास के इलाकों में जांच किया गया है. साथ में कमिटी सीसीटीवी के वीडियो भी खंगाल रही है. बहुत जल्द मामले की जांच पूरी कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. बताया गया कि नर्सिंग होम में कोई बार गलत तरीके से प्रीमेच्योर बेबी को निकाला जाता है. ज्यादातर मामलों में अभिभावक उसे नर्सिंग होम में ही छोड़ कर चले जाते हैं और नर्सिंग होम वाले मौका मिलते ही कभी कचरे के ढे़र पर तो कभी नाले में गैरकानूनी तरीके से फेंक देते हैं. जबकि इसके लिए काफी सख्त नियम बनाए गए हैं. यहां तक की नर्सिंग होम से निकलने वाले कचरे को भी इधर-उधर फेंकने की मनाही है. उसके लिए सरकार ने खास व्यवस्था कर रखी है.

निजी नर्सिंग होम के खिलाफ नकेल कसने की तैयारी:प्रशासन के नींद से जागते ही हाजीपुर के कई नर्सिंग होम संचालक जल्दी-जल्दी अपनी व्यवस्था सुधारने में लगे हैं. आनन-फानन में नर्सिंग होम के आसपास सफाई व्यवस्था की गई है. बताते चलें कि इसके पहले भी कई बार कचरे के ढ़ेर में नवजात का शव मिल चुका है. बावजूद जिला प्रशासन द्वारा कोई पुख्ता कार्रवाई नहीं की गई. अब मामला हॉस्पिटल रोड तक आ गया. हालांकि इस बार जिला प्रशासन मुस्तैदी से निजी नर्सिंग होम पर नकेल कसने की बात कह रहा है.

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