सीतामढ़ीःजिले के सोनबरसा प्रखंड के भुतही टोला महुलिया के रहने वाले सलीमुददीन खां दो महीने पहले घर आए थे. घर रहने के क्रम मे कोरोना महामारी फैलने लगा. इसी बीच लॉकडाउन की घोषणा हो गई. उन्होंने सोंचा क्यों न मास्क का निर्माण शुरू किया जाए. फिर वे परिवार के लोगों के साथ मिला मास्क के निर्माण में जुट गए. वे तमिलनाडु के तीरपुर में सिलाई की काम करते थे.
ये भी पढ़ेंः चंडीगढ़ में फंसा रहा बेटा और पिता की हो गयी मौत, डॉक्टर ने दी मुखाग्नि
सलीमुददीन खां ने बताया 'एक व्यक्ति रोजाना 250 मास्क का निर्माण कर देते हैं. गांव की कई महिला इस कार्य मे सहयोग कर रही हैं. मास्क निर्माण को लेकर कपड़ा कटिंग कर गांव महिलाओं को दे देते हैं. मास्क अच्छी क्वालिटी का तैयार किया जा रहा है.'
मास्क निर्माण मे लगे कारीगर कोरोना महामारी को लेकर गंभीर हैं. कारीगर काम के दौरान स्वयं भी मास्क का उपयोग कर रहे हैं. निर्माण स्थल पर कारीगरों द्वारा सामाजिक दूरी का पालन किया ज रहा है और साफ-सफाई का भी खास ख्याल रखा जा रहा है.
इलाके में हो रही सराहना
मास्क निर्माण को देखने पहुंचे भुतही मुखिया मनोज कुमार ने बताया 'सलीमुददीन खां ने अच्छी पहल की है. लॉकडाउन मे बेरोजगारी को दूर करने का प्रयास सराहनीय है. इन लोगों के द्वारा निर्मित मास्क की क्वालिटी भी अच्छी है.'