कटिहार:बिहार में कोरोना का कहर जारी है. इस खतरनाक वायरस के कारण सैकड़ों आम लोग सहित कई डॉक्टरों की मौत हो चुकी है. जिले के चिकित्सक डॉ. डीएन पोद्दार भी कोरोना से जंग हार गए. पटना में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया. इस घटना को लेकर स्वास्थ्य जगत में मातम है.
मृत डॉक्टर सदर अस्पताल में सर्जन के रूप में लंबे समय से पदस्थापित थे. बताया जाता है कि बीते 23 जुलाई को डॉ. पोद्दार की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी. इसके बाद उन्हें दस दिनों के होम क्वारंटाइन में रहने को कहा गया था. लेकिन उसके बाद उनकी तबीयत में कोई सुधार नहीं आया और बेहतर इलाज के लिये पटना ले जाया गया.
कोरोना से डॉक्टर की मौत
पटना में इलाज के क्रम में पीड़ित को दो प्लाज्मा की जरूरत पड़ी, जिसमें एक तो उन्हें चढ़ाया गया और दूसरा आगामी रविवार को जरूरत थी. लेकिन इस बीच शुक्रवार को अचानक तबीयत काफी बिगड़ गयी और वेंटिलेटर पर रखा गया. इसके बाद उनकी मौत हो गई.
कटिहार के सिविल सर्जन डॉ. डीएन पांडेय ने बताया कि ऐसे कर्मवीर योद्धाओं को नमन. उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में उसके परिवार को भगवान साहस दें. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की कटिहार इकाई के अध्यक्ष डॉ. प्रेम रंजन ने बताया कि आज मैं निःशब्द हू. मेरे बीच का एक साथी हमसे हमेशा के लिये जुदा हो गया. भगवान से मेरी प्रार्थना है कि उन्हें सदगति प्रदान करें.
दरभंगा के रहने वाले थे मृतक डॉक्टर
डॉ. डी एन पोद्दार मूल रूप से बिहार के दरभंगा जिले के कुशेश्वर स्थान के रहने वाले थे और 1981 में अपने करियर की शुरुआत एसीई अस्पताल से की थी. 1988 में बिहार सरकार के चिकित्सा सेवा में अपना योगदान दिया और सेवा के दौरान कटिहार में ही अपना घर बनाकर रहने लगे. उन्हें दो पुत्र थे, जिनमें एक की मौत बहुत पहले हो चुकी थी और दूसरा बैंगलुरु में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है.