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सुपौल में गर्भवती महिला की संदेहास्पद मौत के बाद बवाल, परिजनों ने लगाया दहेज हत्या का आरोप

सुपौल में महिला की मौत के बाद बवाल (Protest after woman Suspicious death in Supaul) देखने को मिला है. महिला के मायकेवालों का आरोप है कि ससुराल पक्ष ने दहेज के लिए उसकी हत्या कर दी और उन्हें बिना सूचना दिए शव को जलाने की कोशिश की जा रही थी. पढ़ें पूरी खबर...

सुपौल में महिला की मौत के बाद बवाल
सुपौल में महिला की मौत के बाद बवाल

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Published : May 14, 2022, 8:02 AM IST

सुपौल:बिहार के सुपौल में गर्भवतीमहिला की संदेहास्पद मौत (Suspicious death of pregnant woman in Supaul) हो गई. मायके पक्ष के लोगों ने मृतक के सास-ससुर और ननंद पर हत्या का आरोप लगाया है. इस घटना के विरोध में आक्रोशित परिजनों ने सुपौल-पिपरा एनएच 327ई को निर्मली बाजार के पास घटों जाम कर प्रदर्शन किया. इनका कहना है कि उन लोगों को बिना सूचना दिए शव को जलाने की कोशिश की जा रही थी. घटना जिले के पिपरा थाना क्षेत्र अंतर्गत कटैया माहे पंचायत स्थित गिदराही वार्ड नंबर 9 की है.

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परिजनों ने लगाया दहेज हत्या का आरोप: बताया जाता है कि ओमप्रकाश मंडल की 20 वर्षीया गर्भवती पत्नी मनीषा की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गयी. पड़ोसियों से मौत की खबर उसके मायके मधेपुरा जिला के गम्हरिया थाना क्षेत्र के बभनी पंचायत वार्ड नंबर 7 निवासी उसके पिता प्रभाष मंडल को मिली. जानकारी मिलते ही मृतका के पिता अपने परिवार के सदस्यों एवं ग्रामीण के साथ गिदराही पहुंचे. जहां मृतक की लाश को देखकर सभी फूट-फूट कर रोने लगे. इसी क्रम में ससुराल पक्ष के सभी लोग मौके से फरार हो गये. परिजनों के मुताबिक एक साल पहले ही मनीषा की शादी हुई थी. वहीं, ओमप्रकाश मंडल 15 दिन पहले ही मजदूरी के लिए पंजाब गया है.

सुपौल में महिला की मौत के बाद बवाल: बभनी से सैकड़ों की संख्या में आए महिला और पुरुषों ने गिदराही गांव पहुंचकर शव को उठाकर सुपौल-पिपरा एनएच 327 ई सड़क मार्ग पर रख दिया. निर्मली बाजार के पास रोड पर शव को रखकर बांस-बल्ला से घेर कर जाम कर दिया और जमकर विरोध प्रदर्शन किया. करीब 2 घंटे बाद पिपरा थानाध्यक्ष दलबल के साथ जाम स्थल पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझा-बुझा कर जाम समाप्त कराया. जाम कर रहे लोगों का आरोप था कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ पिपरा पुलिस भी मामले को आपसी मिलीभगत से दबाने की कोशिश कर रही है. हालांकि बाद में थानाध्यक्ष के आश्वासन के बाद लोग शांत हुए और जाम हटाया गया.

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