सुपौल: जिले में डॉक्टर की लापरवाही ने जच्चा-बच्चा की जान ले ली है. यहां के निजी क्लिनिक में प्रसव के दौरान मां-बच्चे की मौत हो गई. इस घटना के बाद डॉक्टर और क्लिनिक के सभी कर्मचारी फरार हैं. जिससे गुस्सएं परिजनों ने एनएच 327 को जाम कर दिया.
सुपौल: डॉक्टर की लापरवाही ने ली जच्चा-बच्ची की जान, परिजनों ने किया सड़क जाम - डॉक्टर की लापरवाही
परिजनों का आरोप है कि वह अपनी बेटी का प्रसव कराने के लिए गौरवगढ़ रोड के एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया. जब मरीज को पेट में दर्द उठना शुरू हुआ तब डॉक्टर ने मरीज का ऑपरेशन किया. ऑपरेशन के कुछ देर बाद नवजात की मौत हो गई.
दरअसल, परिजनों का आरोप है कि वह अपनी बेटी का प्रसव कराने के लिए गौरवगढ़ रोड स्थित एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया. जब मरीज को पेट में दर्द उठना शुरू हुआ तब डॉक्टर ने मरीज का ऑपरेशन किया. ऑपरेशन के कुछ देर बाद नवजात की मौत हो गई. देखते ही देखते पीड़ित महिला की भी हालत नाजुक होना लगी. इसके बाद डॉक्टरों ने महिला को बचाने के चक्कर में उसका फिर से ऑपरेशन किया. महिला को फिर भी होश नहीं आया, तब परिजनों ने उसे फौरन सहरसा के दूसरे क्लिनिक में भर्ती कराया.
घटों जाम रहा एनएच
परिजन ने मरीज को सहरसा अस्पताल में ले गए. मरीज के सहरसा अस्पताल पुहंचते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. सहरसा अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि महिला का यूट्रस का नस कट गया है. जिससे उसकी मौत हो गई है. इस घटना से परिजन और स्थानीय निवासियों में गुस्सा फूट गया. लोगों ने झोलाछाप डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग को लेकर एनएच 327 को घंटों जाम कर दिया. जिससे आम लोगों की मुसीबतें बढ़ गई.