सुपौल: बिहार के सुपौलजिले के लोगों को लंबी दूरी तय करने में काफी परेशानी होती है. इसके पीछे की वजह है ट्रेनों के परिचालन में कमी. इसी बात को लेकर गुरुवार को जिले के व्यापार संघ द्वारा प्रदर्शन किया गया. इस दौरान उन्होंने लंबी दूरी की ट्रेनों के परिचालन की मांग की. इस धरना प्रदर्शन में जिले के करीब 30 गैर राजनीतिक संगठन के लोग शामिल हुए.
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जन जागरण अभियान भी चलाया गया था: वहीं रेल समस्या के मुद्दे को लेकर बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया. विशाल धरना प्रदर्शन को सफल बनाने की तैयारी कई दिनों से चल रही थी. इसको लेकर जिले भर में जन जागरण अभियान चलाया गया था. प्रदर्शन में शामिल लोग गांधी मैदान में एकत्रित हुए. जहां से जुलूस में सभी प्रदर्शनकारी विभिन्न मार्गों का भ्रमण करते हुए रेलवे स्टेशन पहुंचे. रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन में शामिल लोगों ने रेल कनेक्टिविटी को लेकर अपनी-अपनी बातों को रखा.
ट्रेन परिचालन की मांग: प्रदर्शन में शामिल व्यापार संघ के अध्यक्ष अमर कुमार चौधरी ने कहा कि 38 जिले में से सिर्फ सुपौल जिला ही उपेक्षित है. सुपौल जिला से लंबी दूरी की ट्रेन नहीं है. 32 लाख की आबादी वाला सुपौल आज धरना के माध्यम से सुपौल से कोलकाता, पटना, मुंबई, दिल्ली और मद्रास के लिए ट्रेन परिचालन को लेकर मांग किया है. यह एक गैर राजनीतिक लोगों का विंग है. लगभग 30 गैर राजनीतिक दल के लोग धरना में शामिल है. वहीं सभी राजनीतिक दल के प्रमुख लोग भी इस मांग को लेकर चल रहे हैं. कहा कि यदि 15 दिन के अंदर में हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तो फिर चरणबद्ध तरीके से आगे का कार्यक्रम होगा.
रेल से जुड़ने के साथ ही हमारा विकास: वहीं मुख्य पार्षद राघवेंद्र झा राघव ने कहा कि सभी वार्ड पार्षद हमारे साथ हैं. धरना का एकमात्र उद्देश्य क्षेत्र का विकास और जिले को रेल से जोड़ना है. राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठकर गैर राजनीतिक रूप से लोग यहां जमा हुए हैं. उन्होंने कहा कि रेल से जुड़ने के साथ ही हमारा विकास होगा. रेल के मुद्दे पर पूरा शहर वासी एक साथ हैं. रेल प्रशासन का यदि कुंभकर्णी नींद नहीं खुली तो आगामी दिनों में विशाल आंदोलन होगा. जो देखने लायक होगा. मौके पर प्रदर्शनकारी में शामिल एक शिष्टमंडल ने रेलवे मंत्रालय के नाम एक मांग पत्र स्टेशन अधीक्षक को सौंपा है. इसके बाद धरना की समाप्ति हुई. मौके पर विधि व्यवस्था को लेकर रेल पुलिस पदाधिकारी के साथ पुलिस बल की तैनाती की गई थी.
"धरना का एकमात्र उद्देश्य क्षेत्र का विकास और जिले को रेल से जोड़ना है. रेल से जुड़ने के साथ ही हमारा विकास होगा. हमारे इस प्रदर्शन में कई गैर राजनीतिक संगठन भी शामिल हुए. हमे सभी वार्ड पार्षदों का भी समर्थन है. रेलवे ने जल्द कोई मांग पूरी नहीं की तो आगामी समय में बड़ा आंदोलन होगा."- राघवेंद्र झा राघव, मुख्य पार्षद, नप सुपौल