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बोले तेजस्वी- क्यों न करें विचार, बढ़ते अपराध के जिम्मेदार हैं नीतीश कुमार

तेजस्वी यादव ने कहा कि अप्रत्यक्ष रूप से नीतीश कुमार के लिए महागठबंधन के दरवाजे बंद हैं. उन्होंने अपने तरीके से कहा कि नीतीश जी के पास कोई नीति नहीं है. पलटु चाचा का कोई भरोसा नहीं है, कब पलट जाएं.

तेजस्वी यादव

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Published : Sep 16, 2019, 5:54 PM IST

सिवान: गोपालगंज से सिवान लौटे तेजस्वी यादव ने यहां हुए हत्याकांड को लेकर नीतीश सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि बिहार में पूरी तरह से राक्षस राज कायम है. यहां कोई कानून राज नहीं है. यहां सिर्फ और सिर्फ अपराधियों का राज है. नीतीश कुमार अपराधियों को संरक्षण देने का काम कर रहे हैं. यहां पुलिस की गोलियां नहीं चल रही हैं अपराधियों की एके-47 चल रही है.

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार कहते थे कि शराबबंदी के बाद अपराध कम हो जाएंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ है. इसकी जगह शराब की होम डिलिवरी हो रही है. अपराध दिन पर दिन बढ़ रहा है. तेजस्वी ने कहा कि इन सब के जिम्मेदार नीतीश कुमार ही होंगे क्योंकि गृह मंत्रालय उन्हीं के पास है.

प्रतिक्रिया देते तेजस्वी यादव

क्यों करें विचार- तेजस्वी
'क्यू करें विचार, जब ठीक हैं नीतीश कुमार' जदयू के आए नए स्लोगन पर टिप्पणी करते हुए तेजस्वी ने कहा कि बिहार में लूट है, अपराध है, बलात्कार है तो क्यों जनता न करे कोई विचार. तेजस्वी का कहना था कि जनता विचार कर चुकी है. नीतीश सरकार से जनता त्रस्त है.

कोई गारंटी नहीं है नीतीश कुमार की- तेजस्वी
तेजस्वी से पूछे गए सवाल में कि क्या नीतीश कुमार महागठबंधन में वापस आएंगे तो उन्हें स्वीकार किया जाएगा. इसपर उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जी 15 साल से बिहार के मुख्यमंत्री हैं. 15 साल मुख्यमंत्री रहते हुए भी उन्हें इतनी ताकत नहीं है कि वो अकेले चुनाव लड़ सकें. नीतीश कुमार जी जहां भी रहे हैं. चाहे महागठबंधन हो या एनडीए हो. हर जगह धोखा देने का काम किया है. विश्वासघात का काम किया है.

प्रेस कांफ्रेंस करते तेजस्वी यादव

नीतीश की नीति गलत- तेजस्वी
तेजस्वी ने कहा कि जिसने 2015 के जनादेश का अपमान किया हो उसके साथ बातचीत करने का कोई सवाल ही नहीं उठता. 4 साल में बिहार ने 4 सरकारें देखी हैं. देश का पहला ऐसा राज्य बिहार ही है, जहां 4 साल में 4 सरकारें लोगों ने देखी हैं. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की न कोई नीति है और न कोई सिद्धांत. उन्हें केवल और केवल कुर्सी से लगाव है. कोई गारंटी नहीं है कि अगर पलटू चाचा हमारे पास आए, तो वापस हमे धोखा देकर नहीं जाएंगे. उनसे कोई बात नहीं होगी.

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