सिवान:बिहार में गर्मी अपना कहर लगातार कहर ढाहने में लगी हुई है. मई के अंतिम सप्ताह में भी पारा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. शरीर को जलाने वाली धूप के बीच राहगीर गर्मी से बचने के लिए पानी, जूस का सेवन कर रहे हैं.
गर्मी में गरीबों का सहारा बनी देशी फ्रिज गर्मी में तेजी से बढ़ा डिमांड
जिन घरों में फ्रिज की सुविधा है वो ठंडे पानी का सेवन लगातार कर रहे हैं. हालांकि गरीब, मध्यम वर्ग के लोग फ्रिज की जगह देशी जुगाड़ कर गर्मी से राहत पाने का हरसंभव कोशिश कर रहे हैं. लोग बाजार से देशी फ्रीज अर्थात् मिट्टी के बने मटके को अपने घर खरीद कर ले जा रहे हैं. गर्मी के बढ़ते ही शहर में मटकों की मांग तेजी से बढ़ी है.
50 से 500 रू. है कीमत
बाजार में तरह-तरह के अलग-अलग आकार में उपलब्ध इन मटकों की कीमत 50 से लेकर 500 रुपये तक है. लोग बताते हैं कि इस भीषण गर्मी में मटके का पानी ठंडा रहता है. खास बात यह है कि इसका उपयोग करने के लिए बिजली की जरूरत नहीं है, ना ही कोई परेशानी. गर्मी में इस देशी फ्रिज से सस्ता और शुद्ध पानी मिलता है. लोग गर्मी में ठंडे पानी की चाहत रखते हैं. हालांकि जिनके यहां फ्रिज नहीं है, वो ये मटका ले जा रहे हैं.
मटके का सजा बाजार
सिवान में इन दिनों मटके का बाजार सजा हुआ है. हालांकि पिछले साल की तुलना में इस साल मटके की कीमत में बढ़ोतरी हुई है. इसके बावजूद लोग मटके खरीद रहें हैं. ऐसे में बढ़ते गर्मी के बीच अगर आप भी ठंडे पानी पीने की चाहत रखते हैं तो आज ही अपने घर लाइये देशी फ्रिज.