सीतामढ़ी: कोरोना वायरस को लेकर डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ लगातार बैठक कर रही हैं. डीएम ने बुधवार को भी समाहरणालय में आयोजित बैठक में पदाधिकारियो को निर्देश दिया था कि जिले में एक तरफ कोरोना वायरस को पहुंचने से रोकना है, तो दूसरी तरफ चमकी बुखार पर भी नियंत्रण रखना है.
चमकी बुखार की रोकथाम को लेकर कार्यशाला का आयोजन
डीएम के निर्देश पर चमकी बुखार की रोकथाम को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डा रविंद्र कुमार यादव ने जिला स्वास्थ्य समिति के सभागार में सभी बाल विकास परियोजना अधिकारी और महिला सुपरवाईजरों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया. इस कार्यशाला में सभी को चमकी बुखार की रोकथाम के लिए जागरूकता और तय समय पर प्राथमिक उपचार औऱ रेफरल के बारे मे जानकारी दी गई.
चमकी बुखार को रोकने के लिए बताए गए टिप्स
कार्यशाला में उन्हे बताया गया कि चमकी बुखार को रोकने के लिए कुछ बातों पर ध्यान देना जरुरी है. कोई भी बच्चा भूखे पेट न सोए, बुखार के साथ चमकी या सुस्ती होने पर बिना समय गंवाये जल्द ही नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर बच्चों को भेजने की व्यवस्था करें. यहां बच्चों के लिए खासतौर पर चमकी बुखार के लिए विशेष दो बेड के वार्ड बनाए गए हैं. बुखार से पीड़ित बच्चे के शरीर को पानी भीगो कर सूती कपड़े या गमछे से पोंछे. चमकी आने पर नाक या मुंह को बिल्कुल बंद न करें. बच्चे को खुली हवा में रखें और धूप में न जाने दें. मुफ्त एंबुलेंस के लिए 102 पर डायल करें और अपने नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों से संपर्क करें.
कई लोगों ने लिया हिस्सा
कार्यशाला के सभी प्रतिभागियों को जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी ने मास्क और प्रचार प्रसार सामग्री भी दी. कार्यशाला में सिविल सर्जन, एसीएमओ, समेकित बाल विकास परियोजना की डीपीओ पुष्पा कुमारी, केयर इण्डिया के मानस कुमार के अलावा सभी सीडीपीओ और महिला सुपरवाईजरों ने भाग लिया.