सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही (Big negligence of education department)सामने आई है. जहां रीगा प्रखंड क्षेत्र के रेवासी पंचायत अंतर्गत राजकीय मध्य विद्यालय में छात्रों को मिड डे मील में कच्चा चावल खाने (poor quality food served in mid day meal) दिया जा रहा है. दर्जनों छात्राओं ने यह आरोप लगाया है कि उन्हें खाने में घटिया किस्म का भोजन परोसा जाता है. इस मामले का निरीक्षण करने जब मुखिया स्कूल पहुंचे तब इसकी पोल खुल गई. स्कूल की व्यवस्था और मिड डे मील देख मुखिया भड़क गए.
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शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही:रीगा प्रखंड क्षेत्र के रेवासी पंचायत अंतर्गत राजकीय मध्य विद्यालय रेवासी में पंचायत के मुखिया अनिल मंडल ने औचक निरीक्षण किया. जिसमें कई बड़ी अनियमितता पाई गई. मुखिया ने बताया कि विद्यालय में मध्यान भोजन बिल्कुल घटिया किस्म का परोसा जाता है. बच्चों को छोला और चावल दिया गया था. जिसमें छोले में चना कम और पानी ज्यादा था. वहीं बच्चों ने चावल कच्चा होने का भी आरोप लगाया.
सरकारी मानक के अनुरूप नहीं परोसा जा रहा खाना:जब इस बाबत प्रभारी प्रधानाध्यापक वीना कुमारी से पूछा गया कि ऐसा घटिया खाना क्यों परोसा जाता है. जिससे बच्चों की स्वास्थ्य बनने के जगह बिगड़ सकता है. वहीं मुखिया और उप मुखिया सुबोध कुमार ने बताया कि पढ़ाई लिखाई का स्तर भी स्कूल में गिरता जा रहा है. जबकि इससे पूर्व में भी शिक्षकों को हिदायत दी गई थी कि गुणवत्तापूर्ण सरकारी मानक के अनुसार खाना परोसा जाए. लेकिन ऐसा नहीं हो रहा देखकर उन्होंने इसकी शिकायत अपने स्तर से जिले के आला अधिकारियों से करने की भी बात कही है.
शिकायत करने पर की जाती है मारपीट:छात्रा माधुरी कुमारी, शालू कुमारी, सरिता कुमारी, कोमल कुमारी, शिवानी कुमारी समेत अन्य कई छात्र-छात्राओं ने बताया कि ऐसा खाना लगातार दिया जाता है. जिसकी शिकायत अभिभावक एवं अन्य से करने पर मारपीट भी की जाती है. वही छात्र-छात्राओं ने बताया कि थाली गंदा रहने के कारण हम लोग घर से खाली और कटोरा लाकर खाना पड़ता है. इस पूरे मामले को लेकर प्रधानाध्यापक मुकुल कुमार से बातचीत की गई तो उन्होंने यह कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया कि हो सकता है रसोईया से यह गलती हुई हो. आगे से ऐसै नही होगा. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सरिता कुमारी ने बताया कि जांच उपरांत ही कुछ बताया जा सकता है.
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