सीतामढ़ी:बिहार में पंचायत चुनाव (Panchayat Election In Bihar) चल रहा है. अबतक पांच चरणों का मतदान समाप्त हो चुका है. मंगलवार को पांचवे चरण की मतगणना हो रही है. सीतामढ़ी में भी मतगणना जारी है. परिणाम सामने आ रहे हैं. जिला परिषद क्षेत्र संख्या 34 का परिणाम आ चुका है. गुलशन परवीन (Gulshan Parveen) को यहां 2000 मतों से जीत मिली है. लेकिन गुलशन परवीन की इस सफलता के पीछे इनके पति के काले कारनामे हैं. पत्नी को जिताने के लिए मोहम्मद इरफान उर्फ उजाले ने करोड़ों की चोरी की और गांव में 7 सड़कें बनावा डाली थी. उजाले अब पुलिस की गिरफ्त में है.
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इरफान की पत्नी गुलशन परवीन ने पंचायत चुनाव में जीत दर्ज कर ली है. सीतामढ़ी पुपरी के जगुआर से जिला परिषद क्षेत्र संख्या 34 से 2000 मतों से विजयी हुईं हैं. पत्नी जीत जाए इसके लिए इरफान ने करोड़ों खर्च कर 7 गांवों में सड़कें तक बनवा डाली. वो सोचता था इससे लोग प्रभावित होकर गुलशन परवीन को वोट देंगे, और ऐसा हुआ भी. लोगों ने गुलशन परवीन पर भरोसा जताया है.
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हाई प्रोफाइल चोरी को इरफान अंजाम तक पहुंचाता था. इसके लिए बकायदा वह आलीशान चमचमाती गाड़ी से चलता था. बड़ी-बड़ी हेवलियों को अपना निशाना बनाता था और फिर कार में सवार होकर आराम से चलता बनता था. बीते महीने कारोबारी के घर में हुई डेढ़ करोड़ रुपए की चोरी, नोटबंदी लागू होने से ठीक पहले उसने दिल्ली में रहने वाले एक जज के घर में 65 लाख रुपए की चोरी जैसे वारदातों को अंजाम दिया था.
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इरफान की 4 शहरों में गर्लफ्रेंड है. वह अपनी पत्नी को नेता बनाने का सपना किसी भी हाल में पूरा करना चाहता था. इरफान उर्फ उजाले की कहानी से जब पर्दा उठा तो सभी आश्चर्यचकित रह गए. 11 साल पहले उसने चोरी की दुनिया में कदम रखा और देखते ही देखते इस काम का सरगना बन बैठा. दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, तेलंगाना और बिहार समेत कई राज्यों में उसने हाई प्रोफाइल चोरी की.
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जबतक एक राज्य की पुलिस उससे ढूंढने में लगती वह दूसरे राज्य में वारदात को अंजाम दे बैठता था. आखिरकार उसे गाजियाबाद पुलिस ने धर दबोचा. पुलिस के सामने उसने जो खुलासे किए उसे सुन पुलिस भी हैरान रह गयी. सबसे बड़ा चौकाने वाला खुलासा तो यह था कि वह अपनी पत्नी को जिला परिषद बनाना चाहता था जिसके लिए उसने चोरी की थी.
बीते 7 सितंबर 2021 को यूपी के कवि नगर की पुलिस पुपरी पहुंची थी. उसने स्थानीय पुलिस के सहयोग से गढ़ा जोगिया स्थित इरफान के घर में छापेमारी की थी. छापेमारी के दौरान वह तो नहीं मिला लेकिन पुलिस उसकी पत्नी सहित तीन को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई थी. पुलिस को कुछ चोरी का सामान भी उस दिन बरामद हुए थे.
इरफान अपने गांव का रॉबिन हुड बन बैठा था. गांव में खुद को बड़ा कारोबारी बताता था. मदद के बदले वोट हासिल करने के लिए उसने गांव में पढ़ाई, शादी, बीमारी के उपचार के लिए एक करोड़ से ज्यादा रुपये बांटे. पूछताछ में इरफान ने बताया कि वह बड़ी कोठियों में चोरी के बाद इसका अधिकांश पैसा गरीबों में बांटता है. इरफान ने चोरी के पैसे से करीब दर्जन भर गरीब लड़कियों की शादी कराने और गांव में नाली, खडंजा बनवाने की बात कबूली है.