सीतामढ़ी:रीगा चीनी मिल बंद होने के कारण सीतामढ़ी और शिवहर जिले के गन्ना किसान काफी परेशान हैं. उनका करीब 150 करोड़ रुपये का फसल खेतों में बर्बाद होने के कगार पर है. इसी वजह से किसानों के समर्थन में रीगा बाजार के व्यवसायियों ने 17 जनवरी को अपने-अपने दुकानों को बंद करने का निर्णय लिया है.
सीतामढ़ी: रीगा चीनी मिल बंद होने से व्यवसायियों में आक्रोश, 17 जनवरी को दुकान बंद रखने का आह्वान
रीगा चीनी मिल बाजार के व्यवसायियों ने गन्ना किसान के समर्थन में आगामी 17 जनवरी को अपने-अपने दुकानों को बंद करने का निर्णय लिया है. व्यवसायियों का आरोप है कि चीनी मिल बंद होने से किसान भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं.
व्यवसायियों ने की बैठक
किसानों की समस्या को लेकर किसान नेता और सामाजिक कार्यकर्ता नागेंद्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में रीगा के व्यवसायियों ने एक बैठक की. जिसमें सर्वसम्मति से ये निर्णय लिया गया. इस मौके पर नागेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि रीगा चीनी मिल बंद होने से जिले के किसान भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं. वहीं, रीगा चीनी मिल के मालिक का रवैया मिल और किसानों के प्रति ठीक नहीं है.
रीगा चीनी मिल बंद होने से व्यवसाय पर असर
इसके अलावा नागेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि रीगा चीनी मिल बंद होने के कारण इस बाजार के व्यवसायियों का व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो गया है. इसी वजह से व्यवसायियों में गुस्सा है. इसलिए 17 जनवरी को विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.