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शेखपुरा: संकट में कोरोना मरीजों की सांस, ऑक्सीजन नही मिलने पर तड़प-तड़पकर युवक की मौत - कोरोना संक्रमित

शेखपुरा में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. वहीं कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा भी तेजी से बढ रहा है. बावजूद इसके स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार लापरवाही देखने को मिल रही है.

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संकट में कोरोना मरीजों की सांस

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Published : Apr 19, 2021, 12:26 AM IST

शेखपुराः कोरोना के बढ़ते केस के साथ जिले के अस्पतालों की स्थिति भी बिगड़ती जा रही है. सदर अस्पताल की हालात इतनी दयनीय हो चुकी है कि पिछले 24 घंटों में 3 मरीज़ों ने यहां दम तोड़ दिया है. जिले के सदर अस्पताल में सबसे ज्यादा कमी ऑक्सीजनकी देखने को मिल रही है. शनिवार की सुबह अरियरी प्रखंड के रामपुर गांव निवासी 35 वर्षीय शकील आलम की जान ऑक्सीजन न मिलने के कारण हाे गई. दरअसल बताया जाता है कि ऑक्सीजन का सिलेंडर होते हुए भी अस्पताल प्रशासन ने नहीं लगाया. परिजनो की ओर से जब इस बात को लेकर शोर मचाया गया तब जाकर डाॅक्टरो ने ऑक्सीजन चढाया, लेकिन तबतक काफि देर हो चुकी थी. इसके अलावा और भी कईं मौतें इस दिन को सदर अस्पताल में हुई.

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सदर अस्पताल में हुई कई मौतें
जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह अरियरी प्रखंड के रामपुर गांव निवासी 35 वर्षीय शकील आलम को सांस लेने की शिकायत पर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस दौरान उसके परिजन ऑक्सीजन लगाने की मांग करते रहे. लेकिन कर्मियों एवं चिकित्सकों ने ऑक्सीजन नही लगाया. जिसके कारण उसकी तबियत लगातार बिगड़ने लगी. जब परिजनों ने बवाल काटा तो उसे ऑक्सीजन लगाया गया. लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई थी. इसी मामले काे लेकर परिजनों ने जमकर बवाल काटा. वहीं, नियोजित प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष एवं प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश शास्त्री की मौत पीएमसीएच में इलाज के क्रम में हो गयी है. इसके अलावा तीसरी मौत महादेव नगर मोहल्ला निवासी महिला अनूप देवी की हुई. जिन्हे सांस लेने की शिकायत पर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

समय से इलाज नहीं होने पर शिक्षक नेता ने तोड़ा दम
नियोजित प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष एवं प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश शास्त्री के भाई ने बताया कि चार दिन पूर्व सांस लेने की तकलीफ होने सदर अस्पताल भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों के द्वारा पहले कोरोना जांच कराया गया. जिसमें कोरोना जांच रिपोर्ट नेगेटिव आया था. जिसके बाद हालात बिगड़ने पर बिहारशरीफ ले जाया गया. इसके बाद शिक्षक नेता को पटना पीएमसीएच में भर्ती कराया गया, जहां रिपोर्ट पोजेटिव पाया गया. जिसके बाद पीएमसीएच में बेड खाली नहीं रहने का हवाला देकर मरीज को भर्ती करने से मना कर दिया गया.

इस दौरान उसके परिजन शनिवार की सुबह से लेकर शाम तक पीएमसीएचमें भर्ती करने का इंतजार करते रहे लेकिन, भर्ती नहीं लिया गया. जिसके उपरांत जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव की पहल पर उसे भर्ती किया गया। लेकिन रविवार की सुबह इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इसको लेकर मृत शिक्षक के भाई ने पीएमसीएच के डॉक्टरों पर आरोप लगाते हुए कहा कि डॉक्टरों के द्वारा इलाज में विलंब होने के कारण उनकी स्थिति दिन लगातार बिगड़ती गई, जिसके कारण उनकी मौत हुई

लगातार बढ रही है कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या

बताते चलें कि जिले में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को लेकर जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं जिले के अस्पतालों में डाॅक्टरों की ओर से लापरवाही की खबरें सामने आ रही हैं. डाॅक्टर कोरोना संक्रमित मरीजों को छूने से कतरा रहे हैं, जिसके कारण मराजों के ईलाज में देरी हो रही है. वही जिले में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ रही है. दिन प्रतिदिन जिले का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. इसके बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मरीजों को बेहतर इलाज की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है. जिसके कारण मौतों के आकड़े में लगातार इजाफा हो रहा है.

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