शिवहर: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वतंत्रता दिवस के दिन यानि कि 15 अगस्त को नियोजित शिक्षकों के सेवा शर्त के बारे में कहा था. उन्होंने कहा कि जल्द ही सभी शिक्षकों को सेवा शर्त का लाभ मिलेगा. लेकिन इसको लागू करने में उन्होंने थोड़े समय की मोहलत मांगी है.
पांच प्रखंडो में किया गया प्रदर्शन
इसको लेकर प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार 'पप्पू' के निर्देश पर जिला इकाई के द्वारा जिले के सभी पांचों प्रखंड में धरना प्रदर्शन किया गया है. विरोध प्रदर्शन में बिहार सरकार के फैसले की प्रति को भी जलाया गया है.
'सरकार ने शिक्षकों के साथ किया धोखा'
जिला प्रभारी नवनीत कुमार मनोरंजन और अध्यक्ष सुधीर कुमार ने धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार सरकार के मुखिया नीतीश कुमार ने शिक्षकों के साथ धोखा किया है. मंत्रिमंडल के फैसले में शिक्षकों के ना पूर्ण वेतनमान, ना सहायक शिक्षक और ना ही राज्यकर्मी का दर्जा दिया गया. नई सेवा शर्त शिक्षकों के शोषण का पुलिंदा है.
शिक्षकों ने फैसले की प्रति जलाई
अध्यक्ष सुधीर कुमार ने कहा कि 18 अगस्त 2020 को कैबिनेट में पारित वेतन वृद्धि अप्रैल 2021 से लागू करने की घोषणा समझ से परे है और शिक्षकों के साथ भद्दा मजाक भी किया गया है. इसको लेकर शिक्षकों ने फैसले की प्रति जलाई है.