शिवहर: बिहार के शिवहर में प्रशांत किशोर की जनसुराज यात्रा (Jan Suraj Yatra in Bihar) का चौथा दिन था. पीके जिले में अभी लगभग 5 से 6 दिन रुकेंगे और अलग-अलग गांवों-प्रखंडों में जाएंगे. दिन भर के पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर 4 आम सभाओं को संबोधित किया. 8 पंचायत से गुजरते हुए लगभग 24 किमी की दूरी पदयात्रा में तय किया. इसके साथ ही प्रशांत किशोर स्थानीय लोगों के साथ संवाद स्थापित किया. इस दौरान उन्होंने नीतीश और तेजस्वी यादव पर जुबानी हमला किया.
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'2015 मेंमहागठबंधनका नाम मैने दिया': जन सुराज पदयात्रा के दौरान शिवहर के बसहिया शेख पंचायत में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि 2015 में वो पहले इंसान थे जिन्होंने 'महागठबंधन' शब्द का नाम दिया था. 2015 से पहले लोगों ने गठबंधन सुना था पर महागठबंधन जैसे नाम से परिचित नहीं थे. 2015 में लालू, नीतीश (Chief Minister Nitish Kumar) और कांग्रेस को साथ में जोड़कर मैंने बिहार में प्रयोग किया और जनता के सहयोग से महागठबंधन को जीत मिली. लेकिन 2015 में जीता हुआ महागठबंधन तब टूट गया जब मैं पंजाब चला गया. नीतीश कुमार ने भाजपा का दामन थाम लिया और महागठबंधन की सरकार गिर गई. आगे उन्होंने जनता से सवाल पूछते हुए कहा कि इस बात की क्या गारंटी है कि अगर आज मैं महागठबंधन की मदद करता हूं, तो नीतीश जी दोबारा बीजेपी के साथ नहीं चल जाएंगे?
चाचा-भतीजे के पास आधा-आधा बिहार: शिवहर जिले के बसहिया शेख गांव में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने बताया कि गांधी जी ने कहा था कि समाज में मुसलमान भाइयों की सुरक्षा की जिम्मेवारी हिंदुओं की है और हिंदुओं की सुरक्षा की जिम्मेवारी मुसलमान भाइयों की है. जन सुराज अभियान में खर्च हो रहे पैसे के सवाल पर प्रशांत किशोर ने कहा कि आज आधा-आधा बिहार चाचा-भतीजे के पास है. ये लोग बिहार की पिछड़ी और गरीब जनता से पैसे जुगाड़ लेते हैं तो मैं क्या अपनी मेहनत से कमाए पैसे को जन सुराज यात्रा में नहीं लगा सकता.
''बिहार के गरीब और पिछड़े लोगों से ये पैसा जुगाड़ कर लेते हैं, तो क्या मैंने इतनी मेहनत से काम कर के जो कुछ कमाया है, इस पदयात्रा में नहीं लगा सकता. आज 6 बड़े राज्यों में जो मुख्यमंत्री हैं, जिनकी जीत में मैंने अपना कंधा लगाया है, शुरुआती पैसा उनसे ले रहे हैं. बिहार के किसी गलत आदमी से पैसा नहीं ले रहे हैं, अगर किसी बड़े आदमी से पैसा लेंगे तो जो संकल्प ले कर आए हैं वो कैसे सुनिश्चित करेंगे. किसी भी सही आदमी को पैसे की चिंता नहीं करनी है, वो आप मेरे ऊपर छोड़ दीजिए. आप सभी जनता से हाथ जोड़ कर बोल रहे हैं कि सही आदमी को सामने लाकर हमे बताएं ताकि बिहार और बिहारियों का भला हो सके.''- प्रशांत किशोर, चुनावी रणनीतिकार
बिहार में 850 किमी चल चुके हैं पीके: जन सुराज पदयात्रा के 79वें दिन की शुरुआत पुरनहिया प्रखंड के कोल्हूआ ठिकहा पंचायत स्थित पदयात्रा शिविर में सर्वधर्म प्रार्थना से हुई. इसके बाद प्रशांत किशोर सैकड़ों पदयात्रियों के साथ एसएस हाई स्कूल से निकले. आज जन सुराज पदयात्रा दोस्तिया, मेसौढा, बसहिया शेख, चमनपुर, परसौनी बैज, कमरौली, कुशहर पंचायत के हाई स्कूल कुशहर में रात्रि विश्राम के लिए पहुंची. प्रशांत अबतक पदयात्रा के माध्यम से लगभग 850 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं. इसमें 550 किमी से अधिक पश्चिम चंपारण में पदयात्रा हुई और पूर्वी चंपारण में अबतक 300 किमी आज शिवहर में 30 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं.