छपरा: दिल्ली से आई टीम ने जिले के खैरा थाना क्षेत्र में छापोमारी की. यहां के पटेरा बाजार से आर्केस्ट्रा संचालक के यहां धावा बोला गया. संचालक के चंगुल से तीन नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया गया. मिली जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल निवासी विशु दे ने अपनी नाबालिग बेटी के अपहरण को लेकर एफआईआर दर्ज कराई थी.
सूचना मिलते ही जांच में लगी पुलिस
इस बात की सूचना पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार के नई दिल्ली कार्यालय को सूचित किया गया था. सूचना मिलते ही एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियंका कानूनगो ने दिल्ली के मिशन मुक्ति फाउंडेशन के डायरेक्टर विनोद कुमार सिंह को लड़की को मुक्त कराने की जिम्मेवारी सौंपी.
छापेमारी में बरामद हुईं लड़कियां
मिशन मुक्ति के डायरेक्टर वीरेंद्र कुमार सिंह द्वारा छपरा चाइल्ड लाइन के सदस्यों के सहयोग से खैरा थाना पहुंचकर सूचना दी गई. सारण पुलिस कप्तान धूरत सयाली सांवलाराम के निर्देश पर खैरा थाना अध्यक्ष ने एसआई मोहम्मद आफताब आलम के नेतृत्व में टीम का गठन कर रविवार को आर्केस्ट्रा संचालक के यहां छापेमारी की. जिसमें विशु दे की बेटी सहित अन्य दो नाबालिग लड़कियों को भी आर्केस्ट्रा संचालक के यहां से बरामद किया गया. टीम तीनों लड़कियों को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल छपरा ले गई.
नाबालिग लड़कियों को छपरा बालिका गृह में रखा जाएगा
आर्केस्ट्रा संचालक पश्चिम बंगाल निवासी तनु कुमारी एवं सारण जिले के कोपा थाना क्षेत्र के निवासी सोनू मिश्रा को खैरा थाना के हवाले करते हुए पश्चिम बंगाल पुलिस को सूचित कर दिया गया. इस मामले को लेकर विशन मुक्ति फाउंडेशन के डायरेक्टर विनोद कुमार सिंह ने बताया कि मेडिकल कराने के बाद उन लड़कियों को छपरा बालिका गृह में रखा जाएगा.
खैरा थाना के अपर थाना अध्यक्ष विजेंद्र प्रसाद ने कहा मेडिकल के बाद पश्चिम बंगाल की पुलिस यहां आकर अपनी कार्रवाई करेगी. इस ऑपरेशन में खैरा थाना के एएसआई आफताब आलम, मिशन मुक्ति के डायरेक्टर वीरेंद्र कुमार सिंह, छपरा चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम मेंबर अखिलेंद्र सिंह, रागिनी कुमारी सहित पुलिस बल के जवान शामिल थे.