सारण: सारण के डीएम सुब्रत कुमार सेन अलग-अलग कार्यक्रमों में शरीक होकर लोगों को सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक कर रहे हैं. डीएम के अलावा जिला मत्स्य पदाधिकारी प्रदीप कुमार और सदर डीसीएलआर ने संयुक्त रूप से मत्स्य पालन भ्रमण दर्शन कार्यक्रम के तहत 35 सदस्यीय टीम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. जिलाधिकारी ने कहा कि एग्रीकल्चर और एलाइड एक्टिविटीज कार्यक्रम के तहत प्रदेश के किसानों का समेकित रूप से विकास करना ही हमारा एक मात्र लक्ष्य है.
सारण: मत्स्य पालन को लेकर 35 सदस्यीय टीम रवाना, करेगी भ्रमण दर्शन - तालाब की खुदाई
जिलाधिकारी ने बताया कि सारण जिला बहुत तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि इसको लेकर बेकार पड़े चंवर में तालाब की खुदाई कर उसी मिट्टी से मजबूत बांध बनाकर छोटे-छोटे पौधे लगाने चाहिए, जो आने वाले 10 से 15 वर्षो में तैयार हो सके.
'पशुपालकों के बीच चलाएंगे जागरुकता अभियान'
डीएम सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि जिले में जितने भी चंवर हैं, उसमें तालाब की खुदाई कर जिले के मत्स्य पालकों को रोजगार उपलब्ध कराना है. वहीं, उन्होंने कहा कि पशु और मत्स्य संसाधन विभाग बिहार सरकार की तरफ से आयोजित मत्स्य पालन भ्रमण-दर्शन कार्यक्रम के तहत 35 सदस्यीय टीम को अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर दो दिनों तक भ्रमण करने के लिए भेजा गया है. जो वापस आकर पशु पालकों के बीच जागरुकता अभियान चलाएंगे.
'नीचे मछली-ऊपर बिजली'
जिलाधिकारी ने बताया कि सारण जिला बहुत तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि इसको लेकर बेकार पड़े चंवर में तालाब की खुदाई कर उसी मिट्टी से मजबूत बांध बनाकर छोटे-छोटे पौधे लगाने चाहिए, जो आने वाले 10 से 15 वर्षो में तैयार हो सके. वहीं, इसके साथ ही मुर्गी पालन, गौ पालन, बकरी पालन जैसे स्वरोजगार अपनाकर गांव के छोटे-छोटे किसान आत्मनिर्भर बन सकते हैं, तभी 'नीचे मछली-ऊपर बिजली' अभियान को गति मिल सकती हैं.