सारण: छपरा जंक्शन पर रेल कर्मियों ने एनई मजदूर यूनियन बैनर के तले निजीकरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. मौके पर रेल कर्मियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ घंटों नारेबाजी की.
19 सितंबर तक किया जाएगा प्रदर्शन
रेलवे मेंस फेडरेशन के आवाह्न पर आयोजित इस प्रदर्शन को संबोधित करते हुए शशिभूषण प्रसाद ने बताया कि रेलवे निजीकरण के खिलाफ 14 से 19 सितंबर तक रेल बचाओ ‘देश बचाओ अभियान’ के तहत विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इसी अभियान के तहत मंगलवार को छपरा जंक्शन पर विरोध प्रदर्शन किया गया है.
जन जागरण सप्ताह के दौरान किया जाएगा प्रदर्शन
शशि भूषण प्रसाद ने बताया कि इससे पहले भी रेलवे फेडरेशन निजीकरण के खिलाफ कई बार धरना प्रदर्शन कर चुका है. रेल कर्मचारी अपनी 8 सूत्री मांगों को लेकर जन जागरण सप्ताह के दौरान विरोध प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने बताया कि रेल मंत्रालय ने रेलवे को निजी हाथों में सौंपने की पूरी तैयारी कर चुकी है. रेलवे का निजीकरण फेडरेशन को कतई बर्दाश्त नहीं है.
ये हैं प्रमुख मांगें
रेलवे फेडरेशन कि प्रमुख मांगों में से रेल निजीकरण पर रोक लगाने की मांग, पेंशन नीति लागू, रेलवे की खाली पदों को भरना, महामारी की आड़ में बंद किए गए सवारी गाड़ी का संचालन को शुरू करने, 35 वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुके कर्मियों को निकालने की साजिश बंद करने, डीआर को तत्काल बहाल करने की मांग, रेलवे में भ्रष्टाचार को समाप्त करने की मांग के साथ ओवरटाइम और ट्यूशन फीस को इसे लागू करने की मांग शामिल हैं.
दर्जनों रेलकर्मी रहे मौजूद
इस मौके पर अमरनाथ सिंह, मान सिंह यादव, पंकज कुमार सिंह, राकेश कुमार, रमेंद्र सिंह शेषनाथ सिंह, कोमल कुमार रावत , नीरज कुमार पासवान, अवधेश कुमार ,वसंजय पासवान सहित दर्जनों रेल कर्मी मौजूद रहे.