छपरा (सारण): सुरक्षा एजेंसियों के इनपुट पर फुलवारीशरीफ टेरर मॉड्यूल (Patna Terror Module) का खुलासा हुआ है. आतंकी ट्रेनिंग देने वाले ठिकानों पर पटना पुलिस की कार्रवाई में कई लोगों की बिहार और राज्य के बाहर से गिरफ्तार किया गया है. वहीं NIA की ओर से PFI में सक्रिय भूमिका निभाने वालों की सूची में 26 वें नंबर पर सारण जिले के जलालपुर प्रखण्ड के रुदलपुर निवासी परवेज आलम उर्फ अशरफ अली का भी है. परवेज आलम मढ़ौरा अंचल के हरपुर रामपुर मध्य विद्यालय में शिक्षक के रूप में कार्यरत है. इसके अलावा वे अपने आप को PFI का जिला कोऑर्डिनेटर बताता है. इस दौरान परवेज आलम ने पीएफआई को संवैधानिक संस्था बताते हुए कहा कि बीजीपी और आरएसएस जान बूझ कर पीएफआई को बदनाम कर रही (NIA listed Parvez Alam Statement On Action Against PFI) है.
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"पीएफआई को बदनाम करने की साजिश की जा रही है. ऐसी ही साजिश 2020 में की गई थी. उसके बाद रामनवमी के समय भी जो दंगे हुए उसमें भी पीएफआई को घसीटा गया, लेकिन किसी में भी आरोप साबित नहीं हुआ है. यह संगठन दलित पिछड़े वर्गों के लिए काम करता है. विशेषकर मुस्लिम संप्रदाय के लिए और इसका नाम जानबूझकर घसीटा जाता है. जबकि किसी भी मामले में आरोप साबित नहीं हुआ है. फिर एक बार फुलवारी शरीफ में भी उनका नाम आया है, लेकिन इस बार भी आरोप साबित नहीं होगा."-परवेज आलम, PFI के जिला कोऑर्डिनेटर (NIA की लिस्ट में नामजद आरोपी)