सारण: बिहार के सारण जिले (Crime In Saran) के मढ़ौरा में निजी कंपनी के कर्मचारी से 40 लाख लूट के मामले में पुलिस को सफलता मिली है, लेकिन पुलिस की कार्रवाई के बाद पूरे मामले में एक नया मोड़ सामने आया है. दरअसल पुलिस ने मंगलवार देर रात भेल्दी थाना क्षेत्र के खारदरा में रेड किया. आरोपी सोनू पांडेय के घर से 6 लाख रुपए को बरामद किया.
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पुलिस ने आरोपी सोनू पांडेय के पिता चंदेश्वर पांडेय को हिरासत में लिया. मामला तब पेंचीदा हो गया जब बुधवार सुबह सोनी की मां और बहन की लाश मिली. सोनू फिलहाल फरार है और उसके पिता पुलिस हिरासत में हैं. बुधवार को ये सनसनीखेज मामला सामने आते ही जिला के पुलिस के आला अधिकारियों ने भी पहुंचकर मामले की जांच की. वहीं पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दिया. मृतकों में आरोपी ख़रीदहा गांव निवासी सोनू पांडे की मां संजू देवी और बहन रूपा कुमारी शामिल हैं.
दरअसल, पुलिस ने मंगलवार की देर रात सोनू के घर रेड की थी और 6 लाख 50 हजार रुपए बरामद किए थे. इस दौरान सोनू घर पर नहीं मिला तो पुलिस उसके पिता को पकड़कर थाने ले गई. उसके बाद सोनू की मां और बहन ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस बात की जानकारी पड़ोसियों को सुबह में हुई, जिसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई.
पुलिस सोनू के घर पहुंची और दोनों शवों को अपने साथ ले गई. पुलिस द्वारा शव ले जाने के बाद अब गांव के लोग तरह-तरह की बातें कह रहे हैं. शव के पास से सुसाइड नोट भी मिला है. आत्महत्या की बात सामने आते ही सोनू के घर के पास गांववालों की भारी भीड़ लग गई. पूरे दलबल के साथ मढ़ौरा SDO और अन्य अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस भी पहुंची.
वहीं, दोनों शवों को ले जाने के दौरान गांववालों ने शरीर पर जख्म के कई निशान देखे. पैरों से रिसता खून भी देखा गया. बहन के हाथ से लिखा एक सुसाइड नोट भी मिलने की बात कही गई है, लेकिन पुलिस ने उसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. शवों को लेकर जब पुलिस चली गई, तब ग्रामीणों के बीच तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी.
स्थानीय लोगों के मुताबिक पुलिस ने सोनू की मां संजू देवी और बहन रूपा कुमारी को बहुत टॉर्चर किया है. उनके साथ मारपीट की गई है. इसके बाद ही पुलिस की ज्यादती और समाज में इज्जत जाने के डर से दोनों ने आत्महत्या कर ली. उनका कहना था कि सोनू का कोई आपराधिक इतिहास भी नहीं था. हाल-फिलहाल में वह जरूर कुछ गलत लड़कों की संगत में आ गया था. हालांकि लोगों में पुलिस की दहशत भी देखने को मिली. इस वजह से कोई भी खुलकर मीडिया के सामने कुछ नहीं कह रहा है.
वहीं, शवों पर जख्म और खून के मिले निशान पर मढ़ौरा एसडीपीओ ने कुछ भी बोलने से परहेज किया. मारपीट के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है. इस दौरान मौजूद DSP इंद्रजीत बैठा ने भी मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया. अधिकारियों ने सुसाइड नोट मिलने की बात तो मानी, लेकिन उसमें क्या लिखा है, यह बताने से इनकार कर दिया. फिलहाल पुलिस ने मृतक संजू देवी और रूपा कुमारी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दिया है.
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बता दें कि 40 लाख लूटकांड केस में पुलिस ने अब तक तीन जगह कार्रवाई कर करीब 18 लाख रुपए बरामद कर लिए हैं. पुलिस ने 6 लाख रुपए सोनू के घर से और करीब 9 व 3 लाख रुपए दो अलग-अलग जगह से बरामद किए गए हैं. मामले में एक लड़के को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वह उन तीन लड़कों में शामिल था, जिन्होंने लूट की घटना को अंजाम दिया था. हालांकि इनमें से किसी भी बात की पुष्टि पुलिस अधिकारी ने अभी तक नहीं की है.
बता दें कि बीते सोमवार को जिले के मढ़ौरा में बदमाशों ने एक युवक से 40.25 लाख रुपए लूट लिए. वारदात को उस वक्त अंजाम दिया गया जब मुकुंद नाम का युवक मढ़ौरा एक्सिस बैंक से कैश लेकर घर की ओर लौट रहा था. जानकारी के मुताबिक युवक ATM में कैश लोड करने का काम करता है.