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सारण में बुजुर्ग को शराब बेचने से मना करना पड़ा महंगा, धंधेबाजों ने इतना पीटा की हो गई मौत

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Published : Sep 16, 2022, 4:27 PM IST

छपरा में शराब कारोबारियों ने एक बुजुर्ग की पीट-पीटकर हत्या (Elderly Dies Due To Beating In Saran) कर दी. शराब बेचने से मना करने पर बुजुर्ग को धंधेबाजों ने इतना पीटा कि वृद्ध की मौत हो गई. घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया. घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है. बुजुर्ग की मौत के बाद गांव में तनाव है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

सारण में बुजुर्ग की पिटाई से मौत
सारण में बुजुर्ग की पिटाई से मौत

सारण:बिहार के सारण मेंशराब कारोबारियों(Liquor Merchants In Saran) के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं. कभी पुलिस पर हमला तो कभी आम आदमी को निशाना बना रहे हैं. ऐसा ही मामला कोपा थाना क्षेत्र से सामने आया है. जहां शराब बेचने से मना करने पर शराब कारोबारी, मकान मालिक की पिटाई कर दिया. जिसमें गम्भीर रूप से घायल बुजुर्ग की इलाज के दौरान मौत (Elderly Dies Due To Beating Of Liquor Businessman In Saran) हो गई. मृतक की पहचान कोपा थाना क्षेत्र के रामपुर चौखडा निवासी सत्यदेव सिंह (61वर्ष) पिता नागेश्वर सिंह के रूप में हुई है. मौत के बाद गांव में तनाव की स्थिति है. जिसको लेकर स्थानीय थाना मौके पर कैम्प कर रही है.

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छपरा में बुजुर्ग की पिटाई से मौत :घटना के बारे में परिजनों ने बताया कि रामपुर चौखडा मृतक के निजी अर्धनिर्मित मकान पर गांव के कुछ लोगों द्वारा शराब बेचा और पिलाया जा रहा था. जिसको लेकर मृतक द्वारा कई बार विरोध किया गया था. गुरुवार की रात दुबारा से शराब कारोबारी अर्धनिर्मित मकान के छत पर शराब बेचने लगे, जिसका विरोध करने पर मारपीट की गई. जिससे उनकी मौत हो गई. फिलहाल पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजकर मामले की जांच कर रही है.

'शराब कारोबारियों ने विरोध करने वाले व्यक्ति को जमकर पीट दिया, जिसमें बुजुर्ग सत्यदेव सिंह गम्भीर रूप से घायल हो गए. जिन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से स्थिति को गंभीर देखते हुए पटना रेफर कर दिया गया. पटना में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.'- मृतक के परिजन

बिहार में पूर्ण शराबबंदी :गौरतलब है कि उत्पाद विभाग की टीम जनवरी में हर रोज औसत 42 लोगों की गिरफ्तारी करती थी, लेकिन अगस्त तक ये बढ़कर 395 हो गई है. आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त महीने में कुल 10653 गिरफ्तारी हुई, जिसमें 7184 शराबी हैं. वहीं शराब बेचने वाले 3469 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. टीम की माने तो जब से ड्रोन से छापेमारी शुरू हुई तब से गिरफ्तारी की संख्या में सफलता मिल रही है. इस साल अब तक ड्रोन से 18 हजार से अधिक छापेमारी की गई है.

अप्रैल 2016 में लागू हुई थी शराबबंदी : बता दें कि बिहार सरकार ने पांच अप्रैल 2016 से राज्य में शराब के निर्माण, व्यापार, भंडारण, परिवहन, बिक्री और खपत पर रोक लगाने और इसका उल्लंघन दंडनीय अपराध बनाने के कानून को लागू किया था. शराबबंदी कानून संशोधन विधेयक 2022 के अनुसार, पहली बार शराब पीकर पकड़े जाने पर मजिस्ट्रेट द्वारा केवल जुर्माना लगाकर छोड़ने का प्रावधान किया गया है. अगर जुर्माना नहीं भरा गया तो ऐसी स्थिति में आरोपित को एक महीने की जेल हो सकती है. अगर कोई जुर्माना नहीं देता है तो उसे एक महीने की जेल हो सकती है. पहले जुर्माना 50 हजार था.

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