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सारण: बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जिलाधिकारी ने किया दौरा, शुरू किया गया सामुदायिक किचन

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Published : Jul 27, 2020, 8:11 PM IST

सारण जिले में गंडक नदी का बांध टुटने से बाढ़ का पानी चार वार्ड में प्रवेश कर गया, सूचना मिलने पर पहुंचे जिलाधिकारी ने वहां पर सुविधाओं का जायजा लिया. साथ ही वहां पर बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए सामूदायिक किचन चालू कर दिया गया है, जहां बाढ़ प्रभावित लोगों को खाना उपलब्ध कराया जा रहा है.

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बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जिलाधिकारी ने किया दौरा.

मशरक(सारण):जिले केमशरक प्रखंड अंतर्गत घोघाड़ी नदी में लगातार बढ़ते पानी से किनारे बसे गांव परेशान थे. तब तक कर्ण कुदरिया पंचायत के लखनपुर गांव के चार वार्ड में गोपालगंज जिले में गंडक नदी में टुटे बांध से बाढ़ का पानी चार वार्ड में प्रवेश कर गया.

बाढ़ क्षेत्रों में पहुंचा जिला प्रशासन
इस मौके पर जिलाधिकारी सारण सुब्रत कुमार सेन, पुलिस अधीक्षक हरि किशोर राय, अपर समाहर्ता डॉ. गगन, सीओ ललित कुमार सिंह, बीडीओ राजीव कुमार सिन्हा, थानाध्यक्ष रत्नेश कुमार वर्मा पूरे प्रशासनिक अमले के साथ लखनपुर में पहुंचे सुविधाओं का जायजा लिया. लगातार बाढ़ ने विकराल रूप धारण करना शुरू कर रहा है. पूरे प्रखंड में अभी तक पांच हजार से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं.

बाढ़ पीड़ितों से मिले जिलाधिकारी सारण सुब्रत कुमार सेन
जिलाधिकारी सारण सुब्रत कुमार सेन ने मौके पर ग्रामीणों से बाढ़ से उत्पन्न समस्याओं को जाना. बाढ़ के पानी से राजापट्टी लखनपुर मार्ग डूब गया है. वहीं लोग अपने घरों और राजापट्टी गोलम्बर चौराहे के किनारे डेरा डाले हुए हैं. ग्रामीणों ने बताया कि प्रखंड प्रशासन की तरफ से बाढ़ पीड़ितों के लिए कोई राहत उपलब्ध नहीं हैं. वहीं उप समाहर्ता डॉ. गगन ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए सामुदायिक किचन चालू कर दिया गया है, जहां बाढ़ प्रभावित लोगों को खाना उपलब्ध कराया जा रहा है.

जनरेटर सेट से लाइट दी जा रही है रोशनी
एनडीआरएफ की टीम गांव में बाढ़ के पानी से फंसे लोगों को बाहर निकालकर ला रही है. वहीं इलाके के ऊंचे स्थानों पर जनरेटर सेट से लाइट की रोशनी की व्यवस्था कर दी गई है. साथ ही तिरपाल का वितरण किया गया है. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में मेडिकल की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं मवेशियों को चारा की व्यवस्था नहीं होने से परेशानी बढ़ गई है.

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