समस्तीपुर: बिहार में चोरी की घटनाएं आम हैं. कभी यहां पुल चोरीहो जाता है तो कभी इंजन! नया मामला रेलवे ट्रैक का सामने आया है. इस बार तो ये वाकया और भी हैरान करने वाला है. आरोप है कि जिसपर रेलवे ट्रैक चोरी का इल्जाम है उसी से ही रेलवे जांच भी करवा रहा था. यही वजह है कि बिहार में रेलवे ट्रैक चोरी होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. बता दें कि समस्तीपुर रेल मंडल डिवीजन के 'लोकहा चीनी मिल' से 'पंडोल रेलवे स्टेशन' के बीच हुई रेल ट्रैक ही चोरी हो गया था.
ये भी पढ़ें- Railway Tracks Stolen in Bihar : कभी रेल इंजन तो कभी लोहे का पुल, अब रेलवे पटरी की चोरी
कुछ रेल कर्मी ही लूट रहे रेलवे की संपत्ति? : सवाल ये उठ रहे हैं कि क्या समस्तीपुर रेल मंडल के अंतर्गत विभिन्न रेल खंडों पर रेलवे की संपत्ति को कुछ रेलकर्मी लूट रहे हैं? दरअसल, इसके पहले इस डिवीजन के पूर्णिया कोर्ट में इंजन बेचने वाला मास्टरमाइंड रेलवे का बड़ा इंजीनियर निकला था. वही अब ट्रैक बेचे जाने को लेकर सवालों में है. इस सम्पत्ति की सुरक्षा में तैनात आरपीएफ का ही अधिकारी है.
जांच करने वाले पर ही चोरी का आरोप: लोकहा चीनी मिल से पंडोल स्टेशन के बीच स्क्रैप चोरी मामले की जांच में जुटे आरपीएफ के दो अधिकारी को ही निलंबित कर दिया गया. समस्तीपुर रेल मंडल सूत्रों की माने तो इस मामले में झंझारपुर आउटपोस्ट प्रभारी श्रीनिवास कुमार और मधुबनी के एएसआई मुकेश कुमार सिंह को निलंबित किया गया है. वैसे कुछ दिन पहले तक यह दोनों अधिकारी के कंधों पर ही इस चोरी की जांच की जिम्मेदारी थी.
अफसर कुछ भी बोलने से बचते दिखे: मामला संज्ञान में आने के बाद मंडल सुरक्षा आयुक्त ने इस मामले की जांच को लेकर एक टीम गठित किया था. वैसे इस नई गठित टीम को इस मामले क्या क्लू मिला? जिसके कारण इन अधिकारियों पर गाज गिरी अभी इसको लेकर डिवीजन के सीनियर अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.
24 जनवरी को ट्रैक का स्क्रैप हुआ था चोरी: गौरतलब है कि पिछले महीने 24 जनवरी को रेलवे ट्रैक का स्क्रेप चोरी होने का मामला सामने आया था. जिसके बाद जांच की जिम्मेदारी निलंबित आरपीएफ के इन दोनों अधिकारियों को ही दे दी गई थी. वैसे समस्तीपुर रेल मंडल के सूत्र बताते हैं कि इन अधिकारियों के मिलीभगत से ही अवैध तरीके से स्क्रैप को बेचा जा रहा था.