समस्तीपुर: कर्नाटक में अनाज की बोरियों से दबकर बिहार के सात मजदूर की मौतमें समस्तीपुर के तीन मजदूर भी शामिल हैं. जिनका शव गुरुवार शाम तक उनके पैतृक गांव पहुंचेगा. बता दें कि इस हादसे में जिले के हसनपुर थाना क्षेत्र के एक और विथान थाना क्षेत्र के दो मजदूरों की मौत हुई है. घटना से इलाके में शोक की लहर है.
मृत मजदूरों की पहचान: हादसें में मृत मजदूरों की पहचान समस्तीपुर के विथान प्रखंड के सखवा गांव के रहने वाले कुसो मुखिया के 34 वर्षीय पुत्र रामबृक्ष मुखिया और उजान बटरडीहा गांव के कोकाय यादव के 56 वर्षीय पुत्र लुखो यादव की मौत हो गयी. वहीं हसनपुर प्रखंड के परीदह पंचायत निवासी 52 वर्षीय रामबालक भी इस हादसे का शिकार हुआ है.
गांव में पसरा मातम: घटना की जानकारी मिलने के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है. खास तौर पर मृत मजदूरों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. देखा जाए तो ये कोई पहली घटना नहीं है. बिहार के मजदू गरीबी की वजह से अन्य प्रदेशों में कमाने-खाने जाते हैं, ताकि उनके घर-परिवार की रोजी-रोटी चल सके. लेकिन कुछ न कुछ अनहोनी के कारण उनका घर ही उजड़ जाता है. गौरतलब है कि इसी साल सितंबर महीने में महाराष्ट्र में हुए लिफ्ट हादसें में जिले के चार मजदूरों की मौत हो गयी थी.
परिजनों को सरकार देगी मुआवजा: बता दें कि मजदूर मृतकों के परिजनों को बिहार सीएम नीतीश कुमार ने 2-2 लाख रुपये मुआवजे देने की घोषणा की है. वहीं कर्नाटक सरकार और कंपनी की तरफ से भी क्रमश: 2 लाख और 6 लाख का मुआवजा दिया जा रहा है.
पढ़ें:कर्नाटक में बिहार के 7 मजदूरों की मौत, सीएम नीतीश ने दो-दो लाख मुआवजे का किया ऐलान