समस्तीपुर : पीएम नरेंद्र मोदी बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के दूसरे चरण के मतदान के प्रचार प्रसार के अंतिम दिन बिहार पहुंचे. शाम 5 बजे तक प्रचार प्रसार खत्म हो जाएगा. उससे पहले पीएम मोदी बिहार में ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं. छपरा के बाद पीएम मोदी समस्तीपुर पहुंचे. पढ़ें पीएम मोदी का लाइव संबोधन...
मंच पर सीएम नीतीश मौजूद, सीएम नीतीश ने पीएम मोदी का अभिवादन किया. सीएम नीतीश ने कहा कि केंद्र सरकार की मदद से समस्तीपुर को इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज मिला
पीएम मोदी का अभिवादन :
- हम सबके प्रणाम करे छे, बिहार के मुख्यमंत्री मेरे मित्र और भावी सीएम श्रीमान नीतीश कुमार जी और मंच पर मौजूद सभी लोगों को मेरा अभिनंदन.
- यहां खगड़िया, बेगूसराय और अन्य जिलों से आए साथी हमें आशीर्वाद देने पहुंचे हैं. डिजिटल और टेक्नोलॉजी के माध्यम से जुड़े सभी साथियों को मेरा प्रणाम.
- कोरोना की बंदिशों के बीच भी लोगों का यहां आना मुझे दोगुनी ऊर्जा दे रहा है. बिहार के सभी कोनों में जीत की उमंग है. इस भीड़ से हमारी विजय का संकल्प देख रहा हूं.
- बड़े-बड़े राजनीतक पंडितों ने कहा कि चुनाव नहीं होगा, लेकिन बिहार के लोगों ने उन पंडितों की कथनी को गलत सिद्ध कर दिया.
- जानकारों और बड़े पत्रकारों ने कह दिया है कि बिहार के पहले चुनाव में एनडीए जीत रही है.
- प्रथम राउंड में मतदान करने वाले सभी भाईयों बहनों का धन्यवाद करता हूं.
- हर आकलन और हर सर्वे एनडीए की जीत का दावा कर रहा है. उसके पीछे ठोस कारण है.
- हमारी माता-बहनों को हमारी सरकार ने, नीतीश सरकार ने सभी अवसरों से जोड़ा है.
- बिहार की बेटियां जो बिना डरे पढ़ रहीं हैं, वो आज एनडीए का साथ दे रहीं हैं.
- जीविका दीदीयां, जो आत्मनिर्भरता के साथ आगे बढ़ रहीं हैं. आज वो एनडीए की ताकत बन रहीं हैं.
- जीवन भर धुंए में उलझती उन बहनों का वोट अब धुंआ मुक्त है. आज वो हमारे साथ हैं.
- दिवाली और छठी मईया की पूजा तक जिन्हें मुफ्त में राशन मिल रहा है, वो कभी भटकते थे. उनतक सरकार खुद पहुंच रही है. ऐसे लोगों का परिवार आज एनडीए का साथ दे रहे हैं.
तेजस्वी यादव पर साधा निशाना
तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी लोग यहां के जंगलराज के युवराज को बराबर से देख रहे हो. कांग्रेस पार्टी का दायरा भी परिवार तक सिकुड़ गया है. इससे पहले पीएम मोदी ने कहा कि बिहार में बिहारी हैं और ये वही धरती है, जिसने पूरे विश्व को और मानव धरती को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाया गया. इसी धरती से लोकतंत्र की कोपल निकली थी. जनता के हित में जब फैसले होते हैं, जब फैसले में लोगों की सहभागिता होती है. तभी लोकतंत्र मजबूत होता है.