समस्तीपुर:लोकसभा चुनाव को लेकर प्रचार तेज हो गया है. नेताओं की गाड़ी इस मौसम में एक बार फिर गांव की गलियों की ओर जानी शुरू हो गई है. सभी जाकर जनता से विकास का वादा कर रहे हैं. सालों से समस्तीपुर की कुष्ट कॉलोनी इन्हीं वादों का शिकार है.
शहर के गोद में बसा यह इलाका आज तक अपने उद्धारक की बाट जोह रहा है. इनका मानना है कि हर बार मतदान करना व्यर्थ जा रहा है. आजादी के सात दशकों में कॉलोनी की सूरत सुधरने के बजाए और बिगड़ गई है.
स्वच्छ भारत कहां है?
हाथों में वोटर कार्ड लिए ये मतदाता कहते हैं कि 1999 से सरकारी जमीन पर रैन बसेरा बना कर अपने और अपने बाल-बच्चों का भरण पोषण कर रहे हैं. एक तरफ स्वच्छ भारत और सुंदर भारत बनाने को लेकर विधायक, सांसद, जिला प्रशासन घर-घर शौचालय, उज्जवला योजना, गांव की गलियों को साफ-सफाई कर स्वच्छ भारत लिस्ट में नाम जुड़वाने में लगे हुए हैं. लेकिन, शहर की गोद में बसा कुष्ट कॉलोनी आज भी स्वच्छ भारत मिशन को मुंह चिढ़ा रहा है.