समस्तीपुरः बिहार में कोरोना के साथ बाढ़ का कहर जारी है. जिले से गुजरने वाली प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. कई क्षेत्र बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. सिंघिया प्रखंड क्षेत्र से गुजरने वाली कमला नदी की विकराल धारा में कई घर समा गए. जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
जान जोखिम में डालकर लोग कर रहे आवागमन
बाढ़ की त्रासदी झेल रहे लोग तटबंध पर शरण ले रहे हैं. बाढ़ से विस्थापित लोगों को राहत सामग्री तक नहीं मिली है. लोग जरूरी सामान लागने के लिए जान जोखिम में डालकर नाव से आवागमन करने को मजबूर हैं. लोगों ने प्रशासन से मदद की मांग की जिसके बाद अनुमंडल पदाधिकारी के निर्देश पर एनडीआरएफ की टीम ने क्षेत्र का निरीक्षण किया.
बाढ़ ने मचाई तबाही
एनडीआरएफ इंस्पेक्टर राम लखन सिंह ने बताया कि फिलहाल क्षेत्र की स्थिति सामान्य है. उन्होंने कहा कि प्रखंड क्षेत्र में ही एनडीआरएफ की एक टीम कैंप कर रही है, जिससे लोगों को समय पर रेस्क्यू किया जा सके. गौरतलब है कि बाढ़ ने पूरी तरह तबाही मचा दी है. लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है.
निरीक्षण करती NDRF की टीम लोगों में आक्रोश
स्थानीय लोग अपने घरों को छोड़कर ऊंचे स्थानों पर शरण ले रहे हैं. पानी में लोगों के जरूरी सामान और राशन डूब गए हैं. जिससे उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. इलाके में अब तक सरकारी सहायता नहीं उपलब्ध कराए जाने से लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ से पहले बैठक करके सभी अधिकारियों को तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए थे.