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परिवारवाद पर बोले प्रिंस राज- पूरा पासवान परिवार करता है जनता की सेवा, ये तो अच्छी बात है - समस्तीपुर सुरक्षित सीट

पासवान परिवार पर वंशवाद और परिवारवाद के आरोप लगते रहे हैं. रामचंद्र पासवान की सीट से चुनाव लड़ रहे उनके बेटे प्रिंस राज का मानना है कि अगर उनका परिवार जनता की सेवा करता तो इसमें हर्ज ही क्या है.

प्रिंस राज

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Published : Oct 3, 2019, 5:21 PM IST

समस्तीपुर:लोजपा अध्यक्षरामविलास पासवान के छोटे भाई और समस्तीपुर के सांसद रामचंद्र पासवान के निधन के बाद इस सुरक्षित सीट पर चुनाव हो रहा है. दिवंगत सांसद के पुत्र प्रिंस राज इस सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. उन्होंने पासवान परिवार पर वंशवाद और परिवारवाद को लेकर खुलकर अपना मत रखा. ईटीवी भारत से बातचीत में लोजपा उम्मीदवार ने कहा कि उनका परिवार बिहार की जनता की सेवा कर रहा है, ऐसे में परिवारवाद का आरोप लगाना सही नहीं है.

समर्थकों के साथ एनडीए उम्मीदवार प्रिंस राज

प्रिंस राज के मुताबिक उनके परिवार के सदस्य लगातार जनता के साथ दुख-दर्द में खड़े रहते हैं. उनके पिता आखिरी समय में भी संसद में समस्तीपुर की जनता का सवाल उठा रहे थे. लोजपा उम्मीदवार ने कहा कि पूरा परिवार जनता की सेवा में लगा हुआ है, ऐसा परिवारवाद तो हर घर में होना चाहिए. गौरतलब है कि लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान पहले ही कह चुके हैं कि जनता उनके परिवार को उम्मीदवार के रूप में देखना चाहती है.

चुनाव प्रचार में जुटे प्रिंस राज

प्रचार में जुटे प्रिंस राज
आपको बता दें कि समस्तीपुर सुरक्षित सीट पर 21 अक्टूबर को उपचुनाव होगा. इसकी तैयारी में सभी सियासी दल जुटे हुए हैं. वहीं, एनडीए उम्मीदवार और लोजपा के युवा नेता प्रिंस राज वोटरों को अपने पक्ष में करने में जुट गए हैं. प्रिंस चुनाव को लेकर अपने समर्थकों के साथ जगह-जगह चुनाव प्रचार कर रहे हैं.

ईटीवी भारत संवाददाता से बातचीत करते लोजपा प्रत्याशी

2015 विधानसभा चुनाव में मिली थी हार
गौरतलब है कि रामविलास पासवान के भतीजे और दिवंगत सांसद रामचंद्र पासवान के पुत्र प्रिंस राज पहले सियासी जंग में फेल रहे थे. लंदन में एमबीए की पढ़ाई कर लौटे प्रिंस को 2015 में कल्याणपुर विधानसभा सीट से हार का सामना करना पड़ा था. वहीं, इस बार पिता के निधन के बाद खाली हुई सीट से वो किस्मत आजमा रहे हैं. हालांकि पहली जीत की आस लगाए बैठे प्रिंस इस चुनाव को गंभीरता से ले रहे हैं. इस उपचुनाव में किसी तरह का कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं.

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