समस्तीपुर: जिले में विभागीय लेटलतीफी और कई डेडलाइन फेल होने के बाद आखिरकार जिले में पशुओं के इयर टैगिंग ने रफ्तार पकड़ा है. राष्ट्रीय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत होने वाला यह टैगिंग पशुओं और पशुपालकों के लिए वरदान साबित होगा.
पशुओं से जुड़े विभिन्न मौसमी बीमारी, टीकाकारण कार्यक्रम, राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर चलने वाले विभिन्न कार्यक्रम, पशुओं के खोने, चोरी होने पर उन्हें ढूंढने में पशुओं का इयर टैगिंग काफी सहायक होने वाला. वैसे जिले में शुरू से ही यह योजना किसी वजहों से ठंडे बक्से में बंद था. आखिरकार विभागीय फटकार के बाद अब यह रफ्तार पकड़ने लगा है.
पशुओं का इयर टैगिंग
जिला पशुपालन विभाग के आंकड़े के अनुसार यहां करीब 7 लाख 25 हजार पशुओं का इयर टैगिंग होना है. पशुपालन पदाधिकारी के अनुसार, अबतक करीब चार लाख पशुओं का इयर टैगिंग किया जा चुका है. वहीं इस महीने के आखिर तक सभी पशुओं के इयर टैगिंग का डेडलाइन तय किया गया है.
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पशुओं का होगा डाटा तैयार
गौरतलब है कि जिले में ब्लॉक स्तर पर इस इयर टैगिंग को लेकर अलग-अलग टीम बनाया गया है. वहीं टैगिंग में अंकित नंबर के जरिये इन पशुओं का अलग-अलग डाटा तैयार होगा. जिसमें इन पशुओं से सम्बंधित सभी जानकारी उपलब्ध होगा.