समस्तीपुर: जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने समाहरणालय के सभाकक्ष में एक बैठक का आयोजन किया. डीएम ने बताया कि लॉक डाउन के बाद जिले में दूसरे राज्यों से 9,263 लोग आए हैं. सभी को जांच के बाद आइसोलेशन होम में क्वेरेंटाइन में रखा गया है. विदेशों से कुल 44 लोग आए हैं सभी की जांच के लिए सैंपल लिए गए हैं. जिसमें 28 लोगों की रिपोर्ट अब तक आ चुकी है जो नेगेटिव है. बाकी लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी है.
जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में अब तक कोई भी कोरोना वायरस का पॉजिटिव नहीं मिला है. वायरस के संक्रमण से निबटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह तत्पर और सतर्क है. आम लोगों को भी लॉकडाउन का सख्ती से अनुपालन करना चाहिए. इस दौरान आम लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो इसका ख्याल रखा जा रहा है. डीएम ने बताया कि दिल्ली में हुए तबलीगी मरकज में जिले के 3 लोग शामिल हुए थे. उन तीनों की जांच कराई गई तीनों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है.
एएनएम सेंटर में दस-दस बेड के आइसोलेशन सेंटर बनाए गए
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी एएनएम सेंटर में दस-दस बेड के आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं. जिले में कुल 560 का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है. डीएम ने यह बताया कि पिछले तीन-चार दिनों में बाहर से 1580 लोग आए हैं. सभी को संबंधित पंचायत में जांच के बाद 14 दिन के लिए क्वेरेंटाइन में रखा गया है. आपदा की राशि से सभी को भोजन एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है. डीएम ने बताया कि आपदा की इस घड़ी में महंगाई पर नियंत्रण के लिए छापेमारी भी की जा रही है. जिले में आवश्यक वस्तु की कमी ना हो उसके बावजूद शिकायत मिल रही है.
कालाबाजारियों पर सख्ती
कुछ दुकानदार अधिक कीमतों पर सामान बेच रहे हैं. इसको रोकने के लिए 20 छापामार दल गठित किया गया है. जो लगातार छापेमारी कर रहे हैं. अब तक कुल 380 दुकानों में छापेमारी की जा चुकी है. जिसमें एक दुकानदार पर प्राथमिकी भी दर्ज की गई है. वहीं एक जन वितरण विक्रेता का लाइसेंस भी रद्द किया गया है. प्रतिदिन बाजार भाव भी जिला प्रशासन की ओर से उपलब्ध कराया जा रहा है. आवश्यक वस्तु को लाने ले जाने के लिए वाहनों की अनुमति भी दी जा रही है.