समस्तीपुर: बिहार सरकार राज्य में बेहतर शिक्षा व्यवस्था के लाख दावे कर लें मगर आज भी सरकारी स्कूलों की स्थिति बद से बदतर है. यहां पढ़ने वाले बच्चे को समय पर न किताबें मिलती है न ही कोई सुविधा. बच्चे इसी अभाव में पढ़ने को मजबूर हैं.
बिना पुस्तक के ही पढ़ते हैं बच्चे
समस्तीपुर में लगभग 2,542 सरकारी विद्यालय हैं, जिनमें करीब-करीब 6.62 लाख बच्चे पढ़ते हैं. मगर इन सभी के पास स्कूल में पढ़ाए जाने वाले पुस्तकें नहीं है. वर्तमान वित्तीय वर्ष 2019-20 के बीतने में लगभग 19 दिन बचे हैं, मगर आजतक इनके हक की सुविधा इन बच्चों की मुहैया नहीं कराई जा सकी हैं.