समस्तीपुर: सिंघिया थाना क्षेत्र के पैंसलबा और ग्राम पुरा गांव में गुरुवार का दिन काला दिन के रूप में देखने को मिला. गांव में कोई भी किसी का आंसू पोछने की स्थिति में नहीं था. बताते चलें कि बाढ़ के दौरान बेरोजगारी की स्थिति में दो वक्त की रोटी के जुगाड़ के लिए उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में कुछ दिन पहले काम करने गए पांच मजदूरों की मौत होने की खबर से पूरा इलाका दलह उठा है.
मृत मजदूरों के रोते-बिलखते परिजन लैंडमाइंस शिविर का कार्य करते थे
रामपुरा गांव के विजय राय, विभूतिपुर के शिवकुमार और पैंसलबा गांव के दामोदर सदा, संदीप सदा, होरिल सदा गाजियाबाद जिले के सिहानी थाना क्षेत्र के कृष्णा नगर मोहल्ले में लैंडमाइंस शिविर का कार्य करते थे. काम के दौरान आज उनकी मौत हो गई है. मौत की खबर मिलते ही गांव में कोहराम मच गया है. गांव के स्थानीय प्रशासन समेत जनप्रतिनिधियों का जमावड़ा गांव में लगा हुआ है.
समस्तीपुर जिले के 5 मजदूरों की गाजियाबाद में मौत से पूरे इलाके में कोहराम प्रशासनिक पदाधिकारी भी रोने को विवश
वहीं, दामोदरदास की पत्नी मंजू देवी और उनके चारों पुत्रियों का विलाप-क्रंदन सुनकर प्रशासनिक पदाधिकारी और जनप्रतिनिधि भी रोने पर विवश हो गए. वहीं, संदीप की पत्नी बेहोश थी. जबकि सात वर्षीय एकमात्र पुत्र को समझ में नहीं आ रहा था कि क्या हुआ है. होरिल सदा की पत्नी शोभा देवी अपने चार बच्चों की परवरिश की चिंता में बेहोश हो जाती है. कुल मिलाकर महरा पंचायत के पैंसलबा एवं नीरपुर भरारिया पंचायत के रामपुरा गांव के चित्कार और क्रंदन से आसपास के गांवों में भी शोक का लहर व्याप्त है.
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिंधिया रामपुरा के शिवकुमार मूल रूप से विभूतिपुर थाना क्षेत्र के बेलसंडी गांव का था. जो अपने जीजा रामपुरा गांव के विजय राय के साथ मजदूरी करने गया था. मौके पर पहुंचे सीओ संतोष कुमार, थानाध्यक्ष पंकज कुमार और लोजपा प्रखंड अध्यक्ष निरंजन सिंह, दिनेश जगन्नाथ, मुखिया रिंकू देवी सहित कई लोग उपस्थित थे. सभी लोग मृतक के परिजनों को सांत्वना दे रहे थे. लेकिन महिलाओं के चित्कार से पूरा गांव दहल रहा है.