सहरसा:बिहार के सहरसा में खजूरी पंचायत के मुखिया की हत्या(Saharsa Mukhiya Murder) के बाद पंचायत जनप्रतिनिधियों में खौफ का माहौल है. इस बीच बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार बबलू (Minister Neeraj Kumar Bablu) ने कहा कि जिस तरह से लगातार पंचायत प्रतिनिधियों की हत्या हो रही है, वह चिंता का विषय है. पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि इन घटनाओं पर रोक लगाने के लिए पंचायती राज कानून में संशोधन (Amendment in Panchayati Raj Act) करना बेहद जरूरी है.
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पंचायती राज कानून में संशोधन: नीरज कुमार बबलू ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों के नामांकन के दौरान ही नॉमिनी के लिए एक कॉलम डालना चाहिए, जिसमें परिवार या अन्य किसी का नाम पहले से ही रहेगा. इस प्रावधान में ये रहेगा कि यदि किसी की हत्या हो जाती है तो नॉमनी ही आगे पांच वर्षों तक मुखिया बना रहेगा. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा प्रावधान रहेगा तो हत्या होनी बंद हो जाएगी, क्योंकि हत्या का उद्देश्य यही होता है कि हम हत्या कर चुनाव करवा देंगे. यदि चुनाव होना बंद हो जाएगा तो जो लोग चुनाव जीतते हैं वो या उनके परिवार के सदस्य पांच वर्षो तक उस पद पर बने रहेंगे.
सीएम और विभागीय मंत्री से मिलेंगे: बीजेपी नेता ने कहा कि जनप्रतिनिधि की सुरक्षा का यह सबसे बड़ा काम होगा. उन्होंने कहा कि वे इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पंचायती राज विभाग के मंत्री सम्राट चौधरी से भी मिलेंगे. नीरज बबलू ने कहा कि हमलोग चाहेंगे कि कानून में संशोधन हो जाए. यदि ऐसा हो गया तो बिहार देश का पहला राज्य होगा, जहां यह कानून होगा और जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा का यह अचूक उपाय साबित होगा.