सहरसा: केन्द्र सरकार से रही झंडी मिलने के बाद लॉकडाउन में फंसे श्रमिकों और छात्रों को वापस लाने की कवायद शुरु हो गई है. इसी के तहत मदरसा में पढ़ने वाले लगभग एक हजार बच्चों और मौलवी को लेकर महाराष्ट्र के नंदुरवा स्टेशन से श्रमिक स्पेशल ट्रेन बुधवार को सहरसा पहुंची. इस दौरान स्टेशन पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के अलावे कई आला अधिकारी मौजूद रहे.
लॉकडाउन में फंसे महाराष्ट्र के मदरसा में पढ़ने वाले 1015 बच्चे पहुंचे सहरसा स्टेशन - बच्चे पहुंचे सहरसा
महाराष्ट्र के नंदुरवा स्टेशन से श्रमिक स्पेशल ट्रेन से बुधवार को 1015 मदरसा के बच्चों का जत्था आया.
सहरसा स्टेशन पहुंचते ही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सभी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. इसके बाद सभी को फ़ूड पैकेट और पानी का बोतल देकर बस से स्टेडियम भेजा गया. जहां से इन बच्चों को बस से उनके गृह जिलों में भेजा जाएगा. इस दौरान रेलवे स्टेशन पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के साथ साथ कई आला अधिकारी मौजूद रहे. मौके पर मौजूद जिलाधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि महाराष्ट्र से कुल 1015 मदरसा के बच्चों का जत्था आया है. सभी का यहां स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है. फिर बसों से इन्हें स्थानीय स्टेडियम लाया जाएगा. जहां सभी का नाम और पता नोट कर इन्हे इनके गृह जिलों में भेज दिया जाएगा.
मिला एक कोरोना संदिग्ध
डीएम ने बताया इस ट्रेन से कुल पांच जिलों के बच्चों को लाया गया है. इसमें सहरसा के 208 और सुपौल के 500 बच्चों अलावे मधेपुरा, खगड़िया एवं बेगूसराय के बच्चे है. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान एक कोरोना संदिग्ध भी मिला है, जिसे सदर अस्पताल भेज दिया गया है. सदर अस्पताल में संदिग्ध की विस्तृत जांच की जाएगी.