सहरसाः सरकारी स्कूलों में दोपहर का भोजन देने का प्रावधान है. इसके लिए मिड-डे मील के लिएमैन्यू तय किया गया है, जिसमें अंडा फल सहित कई आहार को शामिल किया गया है, लेकिन सहरसा के एक सरकारी स्कूल में ठीक उल्टा हो रहा है. बच्चों और उनके परिजनों ने आरोप लगाया है कि स्कूल में मैन्यू के हिसाब से खाना नहीं दिया जाता है.
सहरसा में सरकारी स्कूल का हाल खराबः मामला जिले के सलखुआ प्रखंड के कन्या प्राथमिक मकतब हरेबा का है. यहां पढ़ने वाले बच्चों ने भी स्कूल में अच्छा खाना नहीं मिलने का आरोप लगाया है. बच्चों का कहना है कि आज तक उसने फल नहीं खाया है और पिछले दो सप्ताह से अंडा भी नहीं मिला. खाना के नाम पर सिर्फ आलू-सोयाबिन की सब्जी और चावल दिया जाता है.
"मीनू के मुताबिक हमलोगों को खाना नहीं मिलता है. खाना में आलू, सोयाबिन, चना, खिचड़ी ही मिलता है. फल नहीं मिलता है. दो दिनों से अंडा भी नहीं मिल रहा है." -मो. इमरान, छात्र
प्रिंसिपल पर धांधली का आरोपः ग्रामीण मोहम्मद जाबेद ने बताया कि स्कूल के प्रिंसिपल मोहम्मद माहिर हैं, जो कभी बच्चों को मिड-डे मील के मीनू के हिसाब से खाना नहीं देते हैं. इस दौरान प्रिंसिपल पर धांधली करने का भी आरोप लगाया. कहा कि जब इसकी शिकायत की जाती है तो प्रिंसिपल धमकी देता है कि उसका बीईओ से सेटिंग है कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है. हर महीने 1500 रुपए भेजता है.
"पिछले दो सप्ताह से बच्चों को अंडा नहीं दिया जाता है. आज तक कभी फल नहीं दिया गया. मंगलवार को आधा किलो सोयाबिन और पांच किलो आलू की सब्जी बनाकर बच्चों को खिलाया गया. जितने बच्चे नामांकित हैं, उससे अधिक बच्चे का लिस्ट विभाग को भेज दिया जाता है. जब इसका विरोध करते हैं तो प्रिंसिपल धमकी देता है."-मोहम्मद जाबेद, ग्रामीण