रोहतासः सरकार ने महिला सुरक्षा के लिए तीन तलाक जैसे कुप्रथा को खत्म करने के खिलाफ कानून तो जरूर बना दिया, लेकिन धरातल पर आज भी अल्पसंख्यक समाज की महिलाएं प्रताड़ित हो रही हैं. न्याय की आस में टकटकी लगाए बैठी हैं, लेकिन उन्हें न्याय भी नहीं मिल रहा है.
पिछले साल दिसंबर में दिया तीन तलाक
दरअसल, जिले से तीन तलाक का एक मामला सामने में आया है. जहां नगर थाना अंतर्गत नूरनगंज की रहने वाली नसीमा बानो को उसके पति सद्दाम ने पिछले साल दिसंबर महीना में तलाक दे दिया था. जिसके बाद से ही वह अपने पति को मनाने के लिए संघर्ष कर रही है और अपने पिता के घर में आकर रह रही है.
2017 में हुई थी शादी
पीड़ित महिला ने डेहरी के महिला थाने में अपने पति के खिलाफ तीन तलाक देने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है. पीड़ित ने बताया कि उसकी शादी 2017 में अंसारगंज के सद्दाम से हुई थी. लेकिन शादी के बाद से ही वह परेशान करने लगा. दिसंबर में उसने तीन बार तलाक बोलकर रिश्ता तोड़ लिया और दूसरी शादी कर ली. अंत में परेशान होकर वह कानून के शरण में आई है और न्याय चाहती है.