रोहतास: रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा की ओर से किए जाने वाले आमरण अनशन पर जदयू के नेता तथा पूर्व मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा ने कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा कि रालोसपा प्रमुख बेरोजगार हो गए हैं और पॉलिटिकल माइलेज लेने के लिए इस तरह का आंदोलन कर बहाना ढूंढ रहे हैं.
'पॉलिटिकली बेरोजगार हो चुकें है उपेंद्र कुशवाहा' - आमरण अनशन
जदयू नेता ने कहा कि जिस समय रालोसपा सुप्रीमो मंत्री थे, उस समय उनके पास शिक्षा के क्षेत्र में काम करने का उन्हें बेहतर अवसर था. लेकिन उन्होंने उन तमाम अवसरों को व्यर्थ में गंवा दिया.
'अवसर गंवा चुके हैं कुशवाहा'
जदयू नेता भगवान सिंह कुशवाहा ने कहा कि जिस समय रालोसपा सुप्रीमो मंत्री थे, उस समय उनके पास शिक्षा के क्षेत्र में काम करने का उन्हें बेहतर अवसर था. लेकिन उन्होंने उन तमाम अवसरों को व्यर्थ गंवा दिया. इस आंदोलन का कोई मतलब नहीं है. उन्हें ना जीतन राम मांझी का समर्थन मिल रहा है और ना ही मुकेश सहनी का. उनसे राजद के लोग भी अब धीरे-धीरे किनारा कर रहे है.
'उपेंद्र कुशवाहा बेरोजगार'
भगवान सिंह कुशवाहा ने कुशवाहा पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद पूरी तरह से बेरोजगार हो गए हैं. उनके पास कोई काम नही बचा हुआ है.वह प्रदेश की राजनीति में किसी तरह से बने रहना चाहते है.जिस वजह से उन्होंने इस निरर्थक आंदोलन कार्यक्रम शुरू करने जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि सूबे की जनता सब समझ चुकी है.उनका राजनीतिक करियर हासिये पर चल गया है. जिस वजह से वे तरह-तरह का खेल खेलते रहना चाहते है. उन्होंने बताया कि जिस जगह के लिए वे अनशन कर रहे है. वहां सरकार जमीन उपलब्ध करा रही है. प्रदेश की सरकार ने कई जिलों में केंद्रीय विद्यालय खोलने के लिए जमीन मुहैया कराया है.